
हजारीबाग। आस्था और जन-जागरूकता की एक अभूतपूर्व मिसाल आज झारखंड के हजारीबाग जिले में देखने को मिली है। छठ महापर्व को देखते हुए, शहर के दो वरिष्ठ अधिकारियों— उपायुक्त शशि प्रकाश सिंह और पुलिस अधीक्षक अंजनी अंजन ने एक अनूठी और प्रेरक पहल की है।आज सुबह, ये दोनों वरीय अधिकारी अपने कार्यालयों से सीधे शहर के छठ तालाब पहुँचे। लेकिन वे केवल निरीक्षण करने नहीं, बल्कि खुद सफाई करने पहुँचे थे।
हाथों में झाड़ू और बाल्टी, घंटों तक जुटे रहे सफाई में
डीसी और एसपी ने किसी औपचारिक संबोधन या दिखावे के बजाय, खुद हाथों में झाड़ू और बाल्टी उठाई और घंटों तक सफाई अभियान में जुटे रहे। उन्होंने स्वयं हाथों से कचरा उठाया और छठ घाटों को साफ-सुथरा बनाने का सक्रिय संदेश दिया।इस पहल ने न केवल छठ घाट को भौतिक रूप से स्वच्छ किया, बल्कि पूरे जिले में आस्था के साथ-साथ स्वच्छता के प्रति जन-जागरूकता की भी एक नई लहर जगाई है।
स्वच्छता ही सबसे बड़ी पूजा है: वरीय अधिकारी
उपायुक्त शशि प्रकाश सिंह ने इस अवसर पर कहा कि “छठ आस्था का पर्व है, और इसे स्वच्छता से ही सुंदर बनाया जा सकता है।” उन्होंने कहा कि जब तक नागरिक खुद स्वच्छता की जिम्मेदारी नहीं लेंगे, तब तक अभियान सफल नहीं होगा।पुलिस अधीक्षक अंजनी अंजन ने भी लोगों से भावनात्मक अपील करते हुए कहा कि”स्वच्छता ही सबसे बड़ी पूजा है।”उन्होंने सभी हजारीबागवासियों से अपने-अपने छठ घाटों की साफ-सफाई में सक्रिय रूप से योगदान देने का आग्रह किया।
