
जमशेदपुर: पूरे झारखंड राज्य के साथ-साथ जमशेदपुर के कॉलेजों और विश्वविद्यालयों में अध्ययनरत हजारों छात्र-छात्राएं e-Kalyan छात्रवृत्ति पोर्टल की अव्यवस्था और छात्रवृत्ति वितरण में हो रही लगातार देरी से भारी नाराज़ हैं। विभागीय लापरवाही और तकनीकी खामियों के कारण गरीब एवं वंचित वर्ग के छात्रों के सामने अब आर्थिक संकट खड़ा हो गया है।
पोर्टल की तकनीकी खामियां और महीनों से लंबित आवेदन
छात्रों ने बताया कि पिछले कई महीनों से वे छात्रवृत्ति का इंतजार कर रहे हैं, लेकिन प्रक्रिया पूरी तरह से ठप्प पड़ी हुई है। e-Kalyan पोर्टल पर आवेदन करते समय लगातार सर्वर डाउन, दस्तावेज अपलोड न होना, वेरिफिकेशन में देरी और आवेदन रिजेक्ट होने जैसी गंभीर समस्याएं आ रही हैं।हजारों छात्रों के आवेदन महीनों से “अप्रूवल पेंडिंग” अवस्था में अटके हुए हैं, जिसके कारण उन्हें समय पर राशि नहीं मिल पा रही है। छात्रवृत्ति की राशि पर निर्भर रहने वाले गरीब और वंचित वर्ग के विद्यार्थी आर्थिक संकट से जूझ रहे हैं, जिससे उनकी पढ़ाई बाधित हो रही है।
विभाग और प्रशासन के प्रति गहरा रोष
छात्रों का आरोप है कि छात्रवृत्ति वितरण से जुड़े विभाग की ओर से न तो कोई स्पष्ट सूचना जारी की जा रही है और न ही कॉलेज स्तर पर समय पर वेरिफिकेशन हो रहा है।बार-बार विभाग और कार्यालयों के चक्कर काटने के बाद भी छात्रों को कोई ठोस जवाब नहीं मिल रहा है। इससे विद्यार्थी वर्ग में विभाग और प्रशासन के प्रति गहरा रोष व्याप्त है।
उपायुक्त को सौंपा ज्ञापन, 9 दिसंबर का अल्टीमेटम
छात्रों के एक प्रतिनिधिमंडल ने अपनी मांगों को लेकर जिला उपायुक्त को एक ज्ञापन सौंपा है।ज्ञापन के माध्यम से छात्रों ने प्रशासन को स्पष्ट चेतावनी दी है कि यदि 9 दिसंबर तक उनकी मांगों पर उचित कार्रवाई नहीं की गई और छात्रवृत्ति वितरण की प्रक्रिया में तेजी नहीं लाई गई, तो 9 दिसंबर को उपायुक्त कार्यालय पर एक जोरदार प्रदर्शन किया जाएगा।
