धनबाद गैस त्रासदी: केंदुआडीह में जहरीली गैस रिसाव से दहशत, अस्पताल अलर्ट मोड पर; मरीजों ने बयां की भयावह दास्तान

Spread the love

धनबाद: धनबाद के केंदुआडीह क्षेत्र में हो रहे जहरीले गैस रिसाव ने स्थानीय लोगों में दहशत पैदा कर दी है। इस आपातकालीन स्थिति के मद्देनजर, प्रशासन ने स्थानीय अस्पतालों को हाई अलर्ट मोड पर रखा है ताकि प्रभावित लोगों को तत्काल चिकित्सा सहायता प्रदान की जा सके। गैस रिसाव से सबसे अधिक प्रभावित लोगों को क्षेत्र के सबसे नजदीकी अस्पताल, कुसतौर रीजनल अस्पताल में भर्ती कराया जा रहा है, जहां इलाजरत मरीजों ने इस गैस त्रासदी की भयावहता को अपनी जुबान से बयां किया है।

कुसतौर रीजनल अस्पताल में मरीजों का जमावड़ा

केंदुआडीह गैस रिसाव के पीड़ितों का कुसतौर रीजनल अस्पताल में लगातार आना-जाना लगा हुआ है। जहरीली गैस का शिकार होने वालों में हर उम्र के महिला-पुरुष शामिल हैं, जिनमें कुछ की स्थिति गंभीर बताई जा रही है।अस्पताल में भर्ती गैस पीड़ितों ने बताया कि रिसाव के बाद उन्हें अचानक गंभीर स्वास्थ्य समस्याओं का सामना करना पड़ा। प्रमुख लक्षण थे: सांस लेने में भयंकर दिक्कत,तेज उल्टी होना और अचानक बेहोश हो जाना।पीड़ितों ने बताया कि स्थानीय लोगों और पुलिस की त्वरित मदद से, उन्हें एम्बुलेंस के सहारे अस्पताल पहुंचाया गया, जहां उनका इलाज जारी है।

त्वरित एक्शन: चिकित्सा दल पूरी तरह तैयारकुसतौर रीजनल अस्पताल ने केंदुआडीह मामले को लेकर पूरी तरह से अलर्ट मोड की घोषणा की है।प्रभावित क्षेत्र में ऑक्सीजन से लैस छह एम्बुलेंस को तत्काल तैनात किया गया है, ताकि गैस प्रभावित मरीजों को बिना देरी के अस्पताल लाया जा सके और ऑन-स्पॉट प्राथमिक सुविधा मिल सके।अब तक अस्पताल में गैस से प्रभावित कुल 18 मरीज आ चुके हैं।इनमें से 14 मरीजों को तुरंत एडमिट किया गया।बाकी 4 मरीजों को प्राथमिक उपचार के बाद छुट्टी दे दी गई है।इस समय 08 गैस प्रभावित मरीज अस्पताल में इलाजरत हैं, जिनकी हालत स्थिर है और उन्हें जल्द ही छुट्टी दे दिए जाने की उम्मीद है।गैस से प्रभावित मरीजों में मुख्य रूप से सांस लेने में दिक्कत, चक्कर आना, उल्टी और बेहोशी के लक्षण पाए गए हैं।डॉक्टर रवि ने आश्वासन दिया है कि अस्पताल की पूरी टीम स्थिति पर कड़ी निगरानी रखे हुए है और सभी आवश्यक आपातकालीन चिकित्सा सुविधाएं उपलब्ध हैं।

आगे की कार्रवाई

स्थानीय प्रशासन और पुलिस बल प्रभावित क्षेत्र की निगरानी कर रहे हैं और गैस रिसाव के स्रोत की पहचान कर उसे नियंत्रित करने का प्रयास जारी है। लोगों से अपील की गई है कि वे अफवाहों पर ध्यान न दें और किसी भी स्वास्थ्य समस्या के लक्षण दिखने पर तत्काल नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र से संपर्क करें।

More From Author

जमशेदपुर लिटरेचर फेस्टिवल 20-21 दिसंबर को: सोपान जोशी और नदी-विज्ञानी डॉ. दिनेश कुमार मिश्र करेंगे विशेष उद्बोधन, जल-संस्कृति पर होगा मंथन

कॉरपोरेट जगत में शोक की लहर: टाटा स्टील यूआईएसएल के एमडी ऋतुराज सिन्हा का आकस्मिक निधन

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Recent Posts

Recent Comments

No comments to show.