
जमशेदपुर। गोवा के एक नाइट क्लब में आग लगने से 25 लोगों की दर्दनाक मौत की घटना के बाद, जमशेदपुर जिला प्रशासन हाई अलर्ट मोड पर आ गया है। जिले के उपायुक्त कर्ण सत्यार्थी ने शहर के रूफटॉप बार, रेस्टोरेंट, बड़े होटल, मॉल, स्कूल और कोचिंग संस्थानों समेत विभिन्न व्यावसायिक प्रतिष्ठानों पर फायर सेफ्टी समेत आपदा प्रबंधन के नियमों की जांच के लिए एक व्यापक अभियान शुरू करने का निर्देश दिया है।
दो सप्ताह में रिपोर्ट सौंपने का निर्देश

उपायुक्त कर्ण सत्यार्थी ने अधिकारियों को दो सप्ताह का अल्टीमेटम देते हुए आपदा से जुड़े सभी आवश्यक सुरक्षा बिंदुओं पर गहन जांच कर रिपोर्ट सौंपने का निर्देश दिया है। उन्होंने स्पष्ट किया है कि जांच में नियमों का उल्लंघन करने वाले संस्थानों पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी। उपायुक्त ने जांच अभियान शुरू करवाने के लिए एक बहु-विभागीय टीम का गठन किया है, जिसमें जिला प्रशासन के साथ-साथ स्वास्थ्य विभाग, फूड सेफ्टी विभाग और अग्नि विभाग के अधिकारी शामिल रहेंगे।
राज्य सरकार का सख्त निर्देश
राज्य सरकार ने भी इस गंभीर मुद्दे पर संज्ञान लिया है। राज्य सरकार ने जमशेदपुर सहित झारखंड के सभी जिलों में रूफटॉप और छतों पर चल रहे बार, रेस्टोरेंट और होटलों में फायर सेफ्टी को लेकर विशेष सतर्कता बरतने को कहा है।खाद्य आपूर्ति मंत्री डॉक्टर इरफान अंसारी ने अधिकारियों को सख्त निर्देश जारी करते हुए कहा है कि ऐसे सभी प्रतिष्ठानों की फायर सेफ्टी, संरचनात्मक सुरक्षा की तत्काल और अनिवार्य जांच सुनिश्चित की जाए और दो सप्ताह के भीतर विशिष्ट रिपोर्ट सरकार को सौंपी जाए।
जांच के प्रमुख बिंदु का किया जा रहा अवलोकन
होटल और रेस्टोरेंट के किचन की नियमित साफ-सफाई।गैस पाइपलाइन, चूल्हा और चिमनी सिस्टम की तकनीकी जांच।फायर सेफ्टी उपकरणों की कार्यशीलता की पुष्टि।इमरजेंसी एग्जिट (आपातकालीन निकास) के उपयोग में होने की अनिवार्य पुष्टि।उपायुक्त कर्ण सत्यार्थी ने शहर के नागरिकों की सुरक्षा को प्राथमिकता बताते हुए इस अभियान को सख्ती से लागू करने की बात कही है।
