
पटना। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार द्वारा नियुक्ति पत्र वितरण कार्यक्रम के दौरान डॉ. नुसरत प्रवीण का हिजाब खींचने का मामला लगातार सुर्खियों में बना हुआ है। इस पूरे विवाद के बीच डॉ. नुसरत प्रवीण ने दोपहर 2 बजे तक अपने पद पर ज्वाइन नहीं किया, जिससे उनके भविष्य को लेकर असमंजस की स्थिति बन गई है।
सिविल सर्जन का बयान: आज अंतिम तिथि
इस संबंध में पटना के सिविल सर्जन डॉ. अविनाश कुमार सिंह ने स्पष्ट जानकारी देते हुए कहा कि दोपहर 2 बजे तक डॉ. नुसरत प्रवीण ने जॉइन नहीं किया है। अगर वह यहां आतीं, तो उनके दस्तावेजों की जांच कर जॉइनिंग लेटर जारी कर दिया जाता और वे अपने कार्यभार संभाल लेतीं।उन्होंने आगे बताया कि आज शाम 6 बजे तक जॉइनिंग की संभावना है। अगर वे आज जॉइन नहीं करती हैं, तो उसके बाद यह निर्णय स्वास्थ्य विभाग के स्तर पर लिया जाएगा कि उन्हें दोबारा मौका दिया जाए या नहीं। हमारे स्तर से आज अंतिम तिथि है।
क्या है पूरा मामला
गौरतलब है कि पटना में आयोजित नियुक्ति पत्र वितरण समारोह के दौरान मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने मंच पर डॉ. नुसरत प्रवीण का हिजाब खींच दिया था। इस घटना का वीडियो सामने आने के बाद मामला राजनीतिक और सामाजिक बहस का विषय बन गया।घटना के बाद विपक्षी दलों ने इसे महिला सम्मान और धार्मिक स्वतंत्रता से जोड़कर आलोचना की।सत्तारूढ़ दल के नेताओं ने इसे अनजाने में हुई घटना बताया ।इस मुद्दे को लेकर बिहार की राजनीति में तीखी बयानबाजी देखने को मिली।
राजनीतिक और सामाजिक प्रतिक्रिया जारी
हिजाब खींचने की घटना को लेकर सामाजिक संगठनों और मानवाधिकार से जुड़े लोगों ने भी सवाल उठाए हैं। वहीं कुछ नेताओं का कहना है कि इस पूरे मामले को अनावश्यक रूप से तूल दिया जा रहा है।
अब स्वास्थ्य विभाग पर फैसला
फिलहाल सबकी नजर इस बात पर टिकी है कि डॉ. नुसरत प्रवीण आज शाम 6 बजे तक जॉइन करती हैं या नहीं और यदि जॉइन नहीं करतीं, तो स्वास्थ्य विभाग उन्हें दोबारा अवसर देता है या नहीं इस पूरे घटनाक्रम ने प्रशासनिक प्रक्रिया के साथ-साथ राजनीतिक बहस को भी तेज कर दिया है।
