जमशेदपुर : टाटानगर रेल पुलिस ने नशीले पदार्थों की तस्करी के खिलाफ बड़ी सफलता हासिल की है। 28 दिसंबर की रात भारी मात्रा में गांजा के साथ गिरफ्तार किए गए तीन अंतरराज्यीय तस्करों को सोमवार को न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया। पकड़े गए तस्करों के पास से कुल साढ़े 36 किलो गांजा बरामद किया गया है, जिसकी बाजार में कीमत लाखों में आंकी जा रही है।
पुरुषोत्तम एक्सप्रेस का कर रहे थे इंतजार
जानकारी के अनुसार, पकड़े गए तीनों आरोपी टाटानगर स्टेशन पर पुरुषोत्तम सुपरफास्ट एक्सप्रेस का इंतजार कर रहे थे। उनकी योजना इस खेप को उत्तर भारत (यूपी/बिहार) की ओर ले जाने की थी। इसी दौरान चक्रधरपुर मंडल आरपीएफ की उड़नदस्ता टीम (Flying Squad) को गुप्त सूचना मिली। टीम ने संदिग्ध स्थिति में खड़े तीनों युवकों को घेराबंदी कर पकड़ा। तलाशी लेने पर उनके पास से भारी मात्रा में गांजा बरामद हुआ।
इन तस्करों को भेजा गया जेल
रेल पुलिस ने पूछताछ और कागजी कार्रवाई पूरी करने के बाद सोमवार को तीनों आरोपियों को जेल भेज दिया। पकड़े गए आरोपी अलग-अलग राज्यों के रहने वाले हैं जिसमे मंजूर अली ,निवासी पश्चिमी चंपारण (बिहार),विवेकानंद: निवासी कुशीनगर (उत्तर प्रदेश) और अशोक गिरी: निवासी बलिया (उत्तर प्रदेश) के है।
आरपीएफ और जीआरपी की संयुक्त कार्रवाई
आरपीएफ की उड़नदस्ता टीम ने रविवार को पकड़े गए आरोपियों और बरामद माल को टाटानगर रेल पुलिस (GRP) के सुपुर्द किया था। रेल पुलिस अब इस बात की जांच कर रही है कि गांजे की यह खेप कहाँ से लाई गई थी और इसके पीछे कौन सा बड़ा सिंडिकेट काम कर रहा है। शुरुआती जांच में यह अंतरराज्यीय ड्रग तस्करी गिरोह का हिस्सा लग रहा है, जो ओडिशा और बंगाल के रास्ते नशीले पदार्थों को यूपी-बिहार ले जाने का काम करता है।
स्टेशन पर बढ़ी निगरानी
इस बड़ी बरामदगी के बाद टाटानगर रेलवे स्टेशन पर सुरक्षा व्यवस्था और कड़ी कर दी गई है। जीआरपी और आरपीएफ द्वारा लगातार ट्रेनों और प्लेटफार्मों पर विशेष चेकिंग अभियान चलाया जा रहा है ताकि राष्ट्रपति के दौरे और नए साल के जश्न के बीच सुरक्षा में कोई चूक न हो।
