
जमशेदपुर: राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के प्रोटोकॉल और कड़े सुरक्षा घेरे के बीच आज एक ऐसा पल आया जिसने हर शहरवासी का दिल जीत लिया। एनआईटी जमशेदपुर के दीक्षांत समारोह से वापसी के दौरान, जब महामहिम का काफिला आकाशवाणी चौक से गुजर रहा था, तो सड़क किनारे खड़े बच्चों के उत्साह को देख राष्ट्रपति ने अपना काफिला रुकवा दिया।
प्रोटोकॉल तोड़कर बच्चों और महिलाओं के बीच पहुँचीं महामहिम
आमतौर पर राष्ट्रपति का काफिला सुरक्षा कारणों से कहीं रुकता नहीं है, लेकिन अपनी सादगी के लिए मशहूर द्रौपदी मुर्मू ने बच्चों को हाथ हिलाते देखा तो खुद को रोक नहीं पाईं। काफिला रुकते ही सुरक्षाकर्मी मुस्तैद हो गए, लेकिन राष्ट्रपति बड़ी आत्मीयता के साथ गाड़ी से उतरीं और सीधे बच्चों और महिलाओं के बीच पहुँच गईं।
भारत माता के जयकारों से गूँज उठा आकाशवाणी चौक
जैसे ही राष्ट्रपति लोगों के करीब आईं, पूरा इलाका ‘भारत माता की जय’ और ‘वंदे मातरम‘ के जयकारों से गूँज उठा। राष्ट्रपति ने करीब 15 मिनट तक वहां मौजूद लोगों का अभिवादन स्वीकार किया।उन्होंने छोटे बच्चों को दुलारा और उन्हें हाथ दिखाकर उनका हौसला बढ़ाया।वहां खड़ी महिलाओं से उन्होंने हाथ मिलाया और उनका हाल-चाल जाना।आने वाले नए साल 2026 को लेकर उन्होंने सभी शहरवासियों को अपनी शुभकामनाएं दीं।
शहरवासियों के लिए यादगार रहा यह पल
आकाशवाणी चौक पर मौजूद लोग इस आकस्मिक मुलाकात से दंग और बेहद खुश थे। स्थानीय निवासियों ने कहा, “हमने कभी नहीं सोचा था कि देश की राष्ट्रपति इतनी सादगी से हमारे बीच आकर खड़ी हो जाएंगी। यह हमारे जीवन का सबसे यादगार पल है।”
सुरक्षा के बीच दिखी आत्मीयता
करीब 15 मिनट तक चले इस आत्मीय मिलन के बाद राष्ट्रपति पुनः अपने काफिले के साथ एयरपोर्ट की ओर रवाना हुईं। इस दौरान सुरक्षा अधिकारियों को खासी मशक्कत करनी पड़ी, लेकिन महामहिम के चेहरे पर अपने लोगों से मिलने की खुशी साफ झलक रही थी।
