
सरायकेला।सरायकेला-खरसावां जिला के आदित्यपुर स्थित हथियाडीह इलाके में स्थापित नेताजी सुभाष मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल को एक बड़ी उपलब्धि हासिल हुई है। मेडिकल काउंसिल ऑफ इंडिया (एमसीआई) ने कॉलेज को औपचारिक मान्यता देते हुए 100 सीटों पर एमबीबीएस कोर्स की पढ़ाई शुरू करने की अनुमति प्रदान की है। यह अनुमति मौजूदा शैक्षणिक सत्र से प्रभावी होगी।
झारखंड के छात्रों के लिए बड़ा अवसर
इस मान्यता के साथ झारखंड और आसपास के छात्रों के लिए गुणवत्तापूर्ण चिकित्सा शिक्षा का मार्ग प्रशस्त हो गया है। राज्य में अब छात्रों को एमबीबीएस की पढ़ाई के लिए बाहर जाने की आवश्यकता कम होगी। विशेषज्ञों का मानना है कि इससे राज्य की स्वास्थ्य सेवाओं में भी बड़ा सुधार होगा और डॉक्टरों की संख्या में बढ़ोतरी होगी।
अत्याधुनिक अस्पताल और सुविधाएं
करीब 650 बेड क्षमता वाले इस सुपर मल्टी-स्पेशलिटी अस्पताल की स्थापना डेढ़ साल पूर्व हुई थी। अस्पताल में अत्याधुनिक चिकित्सा सुविधाएं उपलब्ध हैं और अब यह मेडिकल कॉलेज अस्पताल राज्य के स्वास्थ्य क्षेत्र में एक मील का पत्थर (Milestone) साबित होगा।
प्रवेश प्रक्रिया और सीटों का बंटवारा
एमसीआई की गाइडलाइन के तहत प्रवेश प्रक्रिया शीघ्र शुरू होने जा रही है।60% सीटें ऑल इंडिया बेस पर भरी जाएंगी।25% सीटें झारखंड के छात्रों के लिए आरक्षित होंगी।15% सीटें एनआरआई कोटे से भरी जाएंगी।कॉलेज प्रबंधन ने जानकारी दी कि यहां छात्रों को अन्य मेडिकल कॉलेजों की तुलना में बेहद किफायती खर्च पर एमबीबीएस की पढ़ाई का अवसर मिलेगा।
प्रबंधन का बयान
नेताजी सुभाष ग्रुप के चेयरमैन मदन मोहन सिंह ने इस उपलब्धि को झारखंड के लिए ऐतिहासिक बताते हुए कहा – “एमसीआई की मान्यता मिलना राज्य के लिए गौरव का विषय है। यह न केवल स्वास्थ्य क्षेत्र को मजबूती देगा बल्कि झारखंड के बच्चों के सपनों को पंख लगाएगा।स्वास्थ्य विशेषज्ञ मानते हैं कि यह कदम राज्य के स्वास्थ्य ढांचे को नई ऊर्जा देगा और ग्रामीण व शहरी क्षेत्रों दोनों को सशक्त चिकित्सा सुविधाएं उपलब्ध कराएगा।