मोतीहारी में बड़ी कार्रवाई: कुख्यात अपराधी कमरुद्दीन मियां उर्फ ढोलकवा के घर से हथियारों का जखीरा बरामद, लग्जरी गाड़ियां भी जब्त

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मोतीहारी। विधानसभा चुनाव से पूर्व पुलिस प्रशासन ने मोतीहारी जिले में बड़ी कार्रवाई को अंजाम दिया है। जिले के कुख्यात अपराधी कमरुद्दीन मियां उर्फ ढोलकवा के घर पर पुलिस ने छापेमारी कर बड़ी संख्या में हथियारों का जखीरा बरामद किया है। साथ ही मौके से 7 लग्जरी गाड़ियां भी जब्त की गई हैं, जिनमें थार और कई एसयूवी वाहन शामिल हैं।

अपराध की दुनिया का पुराना खिलाड़ी

कमरुद्दीन मियां का नाम अपराध की दुनिया में नया नहीं है। उसने 1997 से अपराध की दुनिया में कदम रखा और धीरे-धीरे जिले का कुख्यात चेहरा बन गया। हत्या, लूट, रंगदारी और अवैध हथियार तस्करी जैसे मामलों में उस पर करीब दो दर्जन संगीन केस विभिन्न थानों में दर्ज हैं।

मुंबई जेल में काट चुका है सजा

कुछ साल पहले तक कमरुद्दीन मुंबई की जेल में बंद था। जेल से बाहर आने के बाद भी उसका आपराधिक नेटवर्क लगातार सक्रिय रहा। हाल के वर्षों में उसने अपनी पत्नी को मुखिया चुनाव में जीत दिलाकर पंचायत राजनीति में भी दखल बढ़ाया। यही कारण है कि पुलिस की पैनी नजर उस पर और उसके पूरे परिवार पर बनी हुई थी।

छापेमारी में मिले आधुनिक हथियार

छापेमारी अभियान के दौरान पुलिस को ऑटोमेटिक पिस्टल, कार्बाइन, राइफल और भारी मात्रा में कारतूस बरामद हुए हैं। इतनी बड़ी संख्या में हथियारों की बरामदगी ने जिले में सनसनी फैला दी है। पुलिस का मानना है कि आगामी विधानसभा चुनाव को देखते हुए इन हथियारों का इस्तेमाल चुनावी हिंसा या दबदबा बनाने के लिए किया जा सकता था।

पत्नी से भी हो रही पूछताछ

छापेमारी के बाद कमरुद्दीन की मुखिया पत्नी को भी हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है। पुलिस यह जानने का प्रयास कर रही है कि आखिर हथियार और गाड़ियां घर पर कैसे पहुंचाई गईं और इनके पीछे किसका नेटवर्क काम कर रहा है।

एसपी ने खुद संभाला मोर्चा

इस पूरी कार्रवाई का नेतृत्व स्वयं जिला पुलिस अधीक्षक ने किया। पुलिस टीम ने गुप्त सूचना के आधार पर कमरुद्दीन के घर पर छापेमारी की और हथियारों एवं गाड़ियों को जब्त किया। पुलिस अब कमरुद्दीन और उसके सहयोगियों की तलाश में जुट गई है।

पुलिस-प्रशासन की बड़ी सफलता

जिले के लोगों का कहना है कि लंबे समय से कमरुद्दीन और उसके गैंग का आतंक था। ऐसे में यह कार्रवाई पुलिस-प्रशासन की बड़ी सफलता मानी जा रही है। पुलिस को उम्मीद है कि इस कदम से चुनाव से पहले अपराधियों के हौसले पस्त होंगे और जिले में शांति एवं निष्पक्ष मतदान सुनिश्चित हो सकेगा।

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