
रांची/पश्चिमी सिंहभूम: झारखंड को नक्सल मुक्त बनाने के उद्देश्य से चलाए जा रहे सघन अभियान के दौरान पश्चिमी सिंहभूम जिला के सारंडा जंगल में नक्सलियों द्वारा लगाए गए आईईडी (IED) बम विस्फोट में एक सीआरपीएफ हेड कांस्टेबल शहीद हो गए हैं, जबकि दो अन्य जवान गंभीर रूप से घायल हैं।
सर्च अभियान के दौरान हुआ विस्फोट
घटना शुक्रवार, 10 अक्टूबर को सारंडा के जराइकेला थाना क्षेत्र में घटी। सीआरपीएफ के जवान सर्वाधिक नक्सल प्रभावित इस क्षेत्र में लगातार सर्च अभियान चला रहे थे। इसी क्रम में, नक्सलियों द्वारा लगाया गया आईईडी बम फट गया, जिसकी चपेट में आकर सीआरपीएफ 60 बटालियन के तीन जवान गंभीर रूप से घायल हो गए:1. इंस्पेक्टर कौशल कुमार मिश्रा2. एएसआई रामकृष्ण गगराई3. हेड कांस्टेबल महेंद्र लस्करसभी घायल जवानों को बेहतर इलाज के लिए तुरंत पश्चिमी सिंहभूम जिला से राउरकेला के अस्पताल में भर्ती कराया गया था। इलाज के क्रम में, हेड कांस्टेबल महेंद्र लस्कर शहीद हो गए। शहीद लस्कर मूल रूप से असम के रहने वाले थे।
राज्यपाल, केंद्रीय मंत्री समेत गणमान्यों ने दी श्रद्धांजलि
शहीद हेड कांस्टेबल महेंद्र लस्कर को आज (शनिवार) रांची के धुर्वा स्थित सीआरपीएफ 133 बटालियन के मुख्यालय में राजकीय सम्मान के साथ श्रद्धांजलि दी गई।शहीद जवान को श्रद्धांजलि देने के लिए झारखंड के राज्यपाल संतोष गंगवार, केंद्रीय रक्षा राज्य मंत्री संजय सेठ, झारखंड के मंत्री चमरा लिंडा, मुख्य सचिव अविनाश कुमार, डीजीपी अनुराग गुप्ता सहित झारखंड पुलिस और सीआरपीएफ के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित रहे। सभी गणमान्यों ने पार्थिव शरीर पर पुष्पचक्र अर्पित कर वीर सपूत को अंतिम विदाई दी।यह घटना नक्सल विरोधी अभियान में सुरक्षा बलों द्वारा दिए जा रहे बलिदान को दर्शाती है। झारखंड पुलिस और सीआरपीएफ ने स्पष्ट किया है कि इस तरह के हमलों के बावजूद नक्सल विरोधी अभियान जारी रहेगा और राज्य को जल्द ही नक्सल मुक्त बनाया जाएगा।
