
जमशेदपुर। दीपावली के बाद मंगलवार को जमशेदपुर के कदमा स्थित प्राचीन रंकणी मंदिर में एक बार फिर आस्था का महासागर उमड़ पड़ा। यहाँ मां अन्नपूर्णा देवी की भव्य पूजा-अर्चना और अन्नकूट महोत्सव का आयोजन किया गया, जिसमें हजारों श्रद्धालु माँ के दरबार में जुटे और महाभोग ग्रहण किया।
माँ अन्नपूर्णा को 56 भोग अर्पित
अन्नकूट महोत्सव के अवसर पर माँ के चरणों में 56 प्रकार के भोग अर्पित किए गए। इन भोगों में चावल, विभिन्न प्रकार की दालें, पूड़ी, सब्ज़ियां, मिठाइयाँ और दर्जनों अन्य व्यंजन शामिल थे, जिन्हें अत्यंत श्रद्धा के साथ माँ अन्नपूर्णा देवी को अर्पित किया गया।मंदिर समिति की ओर से हर साल की तरह इस बार भी विशेष पूजा-अर्चना कराई गई। माँ अन्नपूर्णा की प्रतिमा को सुगंधित फूलों और आकर्षक रोशनी से सजाया गया था। भक्तों ने माँ से अपने और अपने परिवार के लिए अन्न-समृद्धि और सुख-शांति की कामना की।
45 वर्षों से चल रही है अटूट परंपरा
मंदिर समिति के आयोजकों ने बताया कि यह अन्नकूट महोत्सव की परंपरा पिछले 45 वर्षों से लगातार निभाई जा रही है। यह महोत्सव क्षेत्र में खाद्य सुरक्षा और समृद्धि के प्रति लोगों की अटूट आस्था को दर्शाता है।आयोजकों ने बताया कि शुरुआती दौर में यह महाभोग मात्र एक क्विंटल चावल से बनाया जाता था, लेकिन भक्तों की बढ़ती संख्या और माँ की कृपा से आज यह भोग तीन क्विंटल से भी अधिक चावल से बनाया जाता है। मंगलवार को हजारों भक्तों ने इस अन्नकूट महोत्सव में हिस्सा लिया। सुबह से ही मंदिर परिसर में भक्तों की लंबी कतारें लगी रहीं।
