
जमशेदपुर। जमशेदपुर में गोबर्धन पूजा का पर्व श्रद्धा और उल्लास के साथ मनाया गया। इसी कड़ी में, झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास ने अपने पूरे परिवार के साथ विधिवत गोबर्धन पूजा का अनुष्ठान किया।
विधिविधान से हुई पूजा-अर्चना
पूर्व मुख्यमंत्री के आवास पर आयोजित इस पूजा में उनकी पत्नी रुक्मणि देवी, पुत्र ललित दास, और पुत्रवधू सह जमशेदपुर पूर्वी की विधायक पूर्णिमा दास साहू सहित परिवार के सभी सदस्य शामिल हुए। सभी ने पारंपरिक विधि-विधान से पूजा संपन्न की।गोबर्धन पूजा के दिन, मान्यता है कि सबसे पहले गोबर्धन पर्वत की आकृति बनाकर उसकी पूजा की जाती है, जिसके बाद गाय माता की पूजा कर यह पर्व मनाया जाता है। इस दिन गाय माता की पूजा करने से भगवान कृष्ण को भी पूजा जाता है।
गाय माता को सनातन धर्म में माता का दर्जा: रघुवर दास

इस मौके पर पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास ने गोबर्धन पूजा के महत्व पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि:”सनातन धर्म में गाय को माता का दर्जा दिया गया है। इसे देखते हुए गोबर्धन पूजा के दिन गाय माता की पूजा की जाती है, ताकि गाय माँ की कृपा से घर में सुख, शांति और समृद्धि आए।”
गोबर्धन पूजा से आती है परिवार में शांति: पूर्णिमा साहू

वहीं, जमशेदपुर पूर्वी की विधायक पूर्णिमा दास साहू ने कहा कि गोबर्धन पूजा से परिवार में शांति आती है। उन्होंने बताया कि “आज के दिन गाय की पूजा के साथ-साथ अपने घर के बड़ों की भी पूजा की जाती है, ताकि घर में गाय माता की कृपा से सुख-शांति और समृद्धि बनी रहे।”पूरे परिवार ने गोबर्धन पूजा को पूरी श्रद्धा से मनाया और झारखंड की जनता के लिए मंगलकामनाएँ कीं।
