
चाईबासा। पश्चिमी सिंहभूम जिले के चाईबासा से सामने आए एक अत्यंत गंभीर और संवेदनशील मामले में, जहाँ थैलेसीमिया पीड़ित बच्चों को एचआईवी संक्रमित खून चढ़ाने की सूचना मिली है, राज्य सरकार ने कड़ा रुख अपनाया है। मुख्यमंत्री ने इस मामले में तत्काल कार्रवाई करते हुए पश्चिमी सिंहभूम के सिविल सर्जन समेत अन्य संबंधित पदाधिकारियों को निलंबित करने का निर्देश दिया है।
पीड़ित परिवारों को ₹2-2 लाख की सहायता
इस गंभीर लापरवाही के शिकार हुए पीड़ित बच्चों और उनके परिवारों के लिए मुख्यमंत्री ने महत्वपूर्ण घोषणाएं की हैं। उन्होंने अपने आधिकारिक सोशल मीडिया (ट्वीट) के माध्यम से यह जानकारी दी पीड़ित बच्चों के परिवारों को राज्य सरकार द्वारा 2-2 लाख रुपये की तत्काल सहायता राशि प्रदान की जाएगी साथ ही संक्रमित बच्चों का पूरा इलाज भी राज्य सरकार द्वारा कराया जाएगा, ताकि उनके उपचार में किसी भी प्रकार की बाधा न आए।
मुख्यमंत्री ने ट्वीट कर दी जानकारी
मुख्यमंत्री ने इस मामले की गंभीरता को स्वीकार करते हुए कहा कि यह घटना अत्यंत दुर्भाग्यपूर्ण और अस्वीकार्य है। उन्होंने सख्त कार्रवाई का निर्देश देते हुए यह सुनिश्चित करने को कहा है कि भविष्य में ऐसी लापरवाही किसी भी सूरत में न हो।इस घटना ने स्वास्थ्य विभाग की कार्यशैली पर गंभीर प्रश्न खड़े किए हैं। अब पुलिस और स्वास्थ्य विभाग के उच्चाधिकारी इस पूरे मामले की गहनता से जांच करेंगे ताकि यह पता चल सके कि यह गंभीर लापरवाही किस स्तर पर हुई और इसके लिए कौन लोग सीधे तौर पर जिम्मेदार हैं।
