
छपरा (सारण):बिहार के सारण जिले के एकमा थाना क्षेत्र में शनिवार को एक अत्यंत हृदयविदारक घटना सामने आई है। मछली पालन के लिए बनाए गए एक पोखरे में डूबने से तीन मासूम बच्चों की मौत हो गई। इस हादसे की सूचना मिलते ही पूरे गांव में कोहराम मच गया, और घरों में चीख-पुकार व मातम का माहौल बन गया।
खेलते-खेलते पोखरे तक पहुंचे बच्चे
यह घटना एकमा थाना क्षेत्र के परसा पूर्वी पंचायत के धनवती गांव में हुई।मृतकों की पहचान उज्जवल कुमार (4 वर्ष, पुत्र मनोज मांझी, धनवती गांव),तान्या कुमारी (3 वर्ष, पुत्री सरोज मांझी, धनवती गांव) और सोनी कुमारी (6 वर्ष, सिवान जिले के पकवालिया गांव निवासी, जो मामा के घर शादी में आई थी। परिजन ने बताया कि तीनों बच्चे घर के पास खेल रहे थे। किसी को अंदाजा नहीं हुआ कि वे कब खेलते-खेलते मछली पालन वाले पोखरे की ओर चले गए।
पोखरे में तैरते और दबे मिले शव
जब बच्चे काफी देर तक वापस नहीं लौटे, तो परिजनों ने उन्हें ढूंढना शुरू किया। ग्रामीणों की नजर पोखरे में तैर रहे एक शव पर पड़ी। जैसे ही लोग उसे बाहर निकालने लगे, उनके पैरों के नीचे एक-एक कर दो और शव मिले। क्षणभर में यह खबर पूरे गांव में फैल गई और चारों ओर चीख-पुकार मच गई। परिवार में जो खुशियों का माहौल था, वह देखते-देखते मातम में बदल गया।
पोस्टमार्टम के लिए भेजे गए शव
ग्रामीणों की मदद से तीनों बच्चों को आनन-फानन में एकमा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र ले जाया गया।ड्यूटी पर मौजूद चिकित्सक डॉ. इरफान ने तीनों बच्चों को मृत घोषित कर दिया। एकमा थानाध्यक्ष ध्रुव प्रसाद सिंह ने घटना को बेहद दुखद बताया। पुलिस ने शवों को कब्जे में लेकर आवश्यक कागजी कार्रवाई पूरी की और पोस्टमार्टम के लिए छपरा सदर अस्पताल भेज दिया है। पोस्टमार्टम के बाद शव परिजनों को सौंप दिए जाएंगे।तीन मासूमों की एक साथ मौत से पूरे गांव में मातमी सन्नाटा पसरा हुआ है। ग्रामीणों ने प्रशासन से मांग की है कि ऐसे पोखरों के चारों ओर सुरक्षा दीवार या बैरिकेडिंग की व्यवस्था की जाए ताकि भविष्य में ऐसी जानलेवा घटनाएं दोबारा न हों।
