
नवादा :गोविंदपुर प्रखंड के सकरी नदी में रविवार को बालू उठाव के दौरान एक बड़ा धार्मिक मामला सामने आया। जेसीबी से बालू निकाल रहे मजदूरों को अचानक मिट्टी के अंदर से विष्णु भगवान की एक प्राचीन प्रतिमा मिली। प्रतिमा मिलते ही मजदूरों और वहां मौजूद लोगों में उत्साह और आस्था का माहौल बन गया।
ग्रामीणों ने श्रद्धा के साथ प्रतिमा को मंदिर में स्थापित किया
प्रतिमा मिलने की खबर आसपास के गांवों में तेजी से फैल गई। देखते ही देखते दर्जनों ग्रामीण मौके पर पहुंच गए और प्रतिमा की पूजा-अर्चना शुरू कर दी। ग्रामीणों ने प्रतिमा को बड़ी श्रद्धा के साथ उठाकर गोविंदपुर सराय टोला स्थित बजरंगबली मंदिर में स्थापित किया।मंदिर में पहुंचते ही लोगों ने फूल-माला चढ़ाए, नारियल फोड़ा और दीया-बत्ती जलाकर पूजा शुरू कर दी। ग्रामीणों ने इसे शुभ संकेत बताया और गांव में धार्मिक उल्लास का माहौल बन गया।
पुलिस ने प्रतिमा को लिया कब्जे में, होगी पुरातात्विक जांच
लगभग एक घंटे बाद मामले की सूचना पुलिस को दी गई। सूचना मिलते ही पुलिस टीम मंदिर पहुंची और प्रतिमा को अपने कब्जे में लेकर थाना ले गई।पुलिस अधिकारियों ने कहा किप्रतिमा का पुरातात्विक मूल्यांकन ज़रूरी है।प्रतिमा की प्राचीनता, निर्माण शैली और ऐतिहासिक महत्व की जांच कराई जाएगी।कानून के तहत प्रतिमा को सरकारी सुरक्षा में रखा गया है।पुलिस प्रशासन ने स्पष्ट किया कि मामला संवेदनशील है और विधिक प्रक्रिया के अनुसार कार्यवाही की जा रही है।
ग्रामीणों ने प्रतिमा को वापस मंदिर में रखने की मांग की
प्रतिमा हटाने से ग्रामीणों में असंतोष देखा गया। ग्रामीणों ने आग्रह किया कि प्रतिमा का परीक्षण जल्द से जल्द कराया जाए और धार्मिक भावनाओं का सम्मान करते हुए प्रतिमा को पुनः मंदिर में स्थापित करने की अनुमति दी जाए।ग्रामीणों का कहना है कि प्रतिमा का मिलना गांव के लिए शुभ अवसर है और प्रशासन को उनकी भावनाओं को समझना चाहिए।
पुरातत्व विभाग की टीम करेगी विस्तृत जांच
फिलहाल पुलिस मामले की जांच कर रही है और प्रतिमा का परीक्षण पुरातत्व विभाग के माध्यम से कराने की तैयारी हो रही है।अधिकारियों का कहना है कि प्रतिमा कितनी पुरानी है एवं इसका ऐतिहासिक महत्व क्या है, यह विशेषज्ञों की जांच के बाद ही स्पष्ट होगा।
घटना से पूरे क्षेत्र में आस्था और चर्चा का माहौल
प्रतिमा मिलने की खबर से पूरे इलाके में चर्चा का विषय बन गया है। लोग इसे चमत्कार और शुभ संकेत मान रहे हैं। सकरी नदी क्षेत्र में भी लोगों की भीड़ जुटती रही और घटना को देखने व समझने का सिलसिला देर शाम तक जारी रहा।
