
जामताड़ा:झारखंड सरकार के स्वास्थ्य, खाद्य आपूर्ति एवं आपदा प्रबंधन मंत्री डॉ. इरफान अंसारी ने अपने हालिया विवादित बयान पर सोमवार को स्पष्टीकरण जारी किया है। उन्होंने आरोप लगाया है कि उनकी बातों को “गलत संदर्भ में तोड़-मरोड़ कर पेश” किया गया है। मंत्री ने कहा कि उन्होंने केवल फर्जी बूथ लेवल ऑफिसर्स (BLO) पर कार्रवाई करने की बात कही थी, न कि निर्वाचन आयोग के सम्मानित पदाधिकारियों पर।
फर्जी BLOs पर कार्रवाई की थी मांग
मंत्री डॉ. इरफान अंसारी ने सफाई देते हुए कहा कि उनका बयान क्षेत्र में चल रही अवैध गतिविधियों के संबंध में था। उन्होंने कहा, “मैंने केवल इतना कहा था कि हमारे क्षेत्र जामताड़ा में कुछ फर्जी लोग नकली BLO बनकर, वोटर कार्ड से नाम काटने का गरीबों को डर दिखाकर पैसे वसूलने की कोशिश कर रहे थे।” उन्होंने कहा कि ऐसे लोगों पर कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए, और यदि कोई संदिग्ध व्यक्ति नाम काटने या कोई अवैध कार्य करने आए, तो उसकी सूचना तुरंत हमें और प्रशासन को दें। मंत्री ने स्पष्ट किया, “BLO हमारे सम्मानित पदाधिकारी हैं और निर्वाचन आयोग के अंग हैं—उनकी जगह कोई फर्जी व्यक्ति नहीं ले सकता।”
चुनाव आयोग से की अपील:
उन्होंने कहा कि मैंने सिर्फ यह मांग की है कि चुनाव आयोग सही तरीके से प्रक्रिया चलाए ताकि किसी गरीब, वंचित या आम नागरिक का नाम गलत तरीके से न कटे।
भाजपा पर लगाया ‘तिगड़मबाजी’ का आरोप
डॉ. इरफान अंसारी ने अपने बयान को मोनोपलेट करने का सीधा आरोप भारतीय जनता पार्टी पर लगाया।डॉ. इरफान अंसारी ने कहा कि मैंने ऐसा कुछ नहीं कहा, मेरे बयान को मोनोपलेट किया गया है। भारतीय जनता पार्टी वाले बहुत शातिर लोग हैं। तिगड़मबाजी का एक्सपर्ट है भाजपा। यह बहुत ही शातिर लोग हैं।मंत्री की यह सफाई, उनके पहले दिए गए उस बयान के बाद आई है, जिसमें उन्होंने एसआईआर के दौरान नाम काटने आए BLO को गेट में ताला लगाकर बंद करने की सलाह दी थी, जिस पर विपक्ष ने तीखी प्रतिक्रिया दी थी।
