
जमशेदपुर। जिले में मरीजों को बेहतर चिकित्सीय सुविधाएं उपलब्ध कराने के उद्देश्य से जिला प्रशासन लगातार प्रयासरत है। इसी क्रम में उपायुक्त कर्ण सत्यार्थी ने एमजीएम अस्पताल सभागार में अस्पताल प्रबंधन के साथ बैठक की और अस्पताल का निरीक्षण किया। बैठक में अस्पताल के प्राचार्य, अधीक्षक, उपाधीक्षक एवं अन्य संबंधित अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए गए।
ओपीडी संचालन और स्टाफ की उपस्थिति पर विशेष जोर
उपायुक्त ने अस्पताल प्रबंधन को सख्त निर्देश देते हुए कहा कि ओपीडी का संचालन निर्धारित समय पर अवश्य हो। सभी विभागों में तैनात चिकित्सक एवं पैरामेडिकल स्टाफ अपनी ऑनलाइन उपस्थिति दर्ज करें और समय पर रिपोर्ट करें। उन्होंने जूनियर चिकित्सकों के साथ-साथ वरीय चिकित्सकों की ड्यूटी भी सुनिश्चित करने को कहा। सभी विभागों में रोस्टर ड्यूटी का सख्ती से पालन करने के निर्देश दिए।
साफ-सफाई और दवा उपलब्धता पर विशेष फोकस
निरीक्षण के क्रम में उपायुक्त ने अस्पताल परिसर की साफ-सफाई पर विशेष जोर दिया। उन्होंने अस्पताल के खुले स्थान को पार्किंग के लिए मानगो नगर निगम को नीलामी हेतु देने का निर्णय लिया और 15 दिनों के भीतर पार्किंग व्यवस्था सुचारू करने को कहा। परिसर की नियमित सफाई के निर्देश देते हुए उन्होंने पर्याप्त ट्रॉली बॉय और सहायक स्टाफ की तैनाती सुनिश्चित करने का आदेश दिया।
दवा की उपलब्धता पर ज़ोर
उपायुक्त ने अस्पताल प्रबंधन को निर्देशित किया कि सभी चिकित्सीय विभागों में दवाओं का पर्याप्त भंडार रखा जाए। उन्होंने कहा कि दवाओं की अग्रिम आकलन कर समय पर खरीदारी की जाए ताकि मरीजों को बाहर से दवाएं खरीदने की जरूरत न पड़े।
उपकरण और सेवाओं की कार्यक्षमता सुनिश्चित करने पर जोर
उपायुक्त ने एक्स-रे मशीनों को क्रियाशील करने, यूएसजी यूनिट में कतार प्रबंधन प्रणाली लागू करने, अनाधिकृत प्रवेश पर रोक लगाने और अस्पताल के चिकित्सीय उपकरणों के बेहतर रखरखाव के निर्देश दिए। साथ ही अस्पताल में स्पष्ट और पर्याप्त साइनज लगाने पर जोर दिया ताकि मरीजों और परिजनों को सुविधाओं की जानकारी आसानी से मिल सके।
एम्बुलेंस प्रबंधन और मरीज संवाद के लिए प्रभारी कक्ष
उपायुक्त ने एम्बुलेंस चालकों के प्रशिक्षण और एम्बुलेंस प्रबंधन के लिए एक प्रभारी कक्ष स्थापित करने की बात कही। उन्होंने मरीजों और परिजनों से भी बातचीत की और अस्पताल में मिल रही सुविधाओं के बारे में जानकारी ली।इस मौके पर निदेशक (एनईपी) संतोष गर्ग, अस्पताल के अधीक्षक डॉ. मंधान, उपाधीक्षक डॉ. जुझार माझी और अन्य संबंधित अधिकारी उपस्थित थे।