
गोविंदपुर:गोविंदपुर जलापूर्ति योजना के तहत कार्यरत जेमिनी एंटरप्राइजेज के श्रमिकों की अनिश्चितकालीन हड़ताल पर फिलहाल विराम लग गया है। शनिवार से चल रही इस हड़ताल के कारण 21 पंचायतों के लगभग 40 हजार घरों की 1.5 लाख आबादी प्रभावित थी। स्थानीय जनप्रतिनिधियों, भाजपा-आजसू नेताओं और पेयजल विभाग के हस्तक्षेप के बाद श्रमिकों ने 30 दिसंबर तक आंदोलन स्थगित करने की घोषणा की है। इसके साथ ही, प्रभावित इलाके में पेयजल आपूर्ति मंगलवार सुबह से बहाल हो जाएगी।#
₹3 करोड़ से अधिक बकाया भुगतान का मुद्दा
इस हड़ताल का मूल कारण पेयजल विभाग पर एजेंसी का 3 करोड़ रुपये से अधिक भुगतान बकाया होना था, जिसके चलते श्रमिकों को पिछले पांच महीनों से वेतन नहीं मिल पाया था।सोमवार को भाजपा-आजसू नेताओं के साथ पेयजल विभाग के जेई आकाश भगत ने श्रमिकों से वार्ता की। वार्ता में पहुंचे भाजपा के पूर्व जिलाध्यक्ष दिनेश कुमार ने श्रमिकों की मांगों को जायज़ बताते हुए उनसे व्यापक जनहित को देखते हुए विभाग और सरकार को अंतिम एक माह का समय देने का अनुरोध किया। उन्होंने 23 महीनों के बकाया भुगतान को तुरंत जारी करने का आग्रह भी किया।
गुलाब फूल देकर सत्याग्रह का प्रदर्शन
नेताओं ने हड़ताल कर रहे श्रमिकों और पेयजल विभाग के जेई को गुलाब फूल भेंटकर सत्याग्रह (गांधीगिरी) का प्रदर्शन किया।भाजपा के पूर्व जिला प्रवक्ता अंकित आनंद ने हड़ताल स्थल से ही जिला उपायुक्त से दूरभाष पर बात कर जलापूर्ति बहाल करने और विवाद का त्वरित समाधान करने की मांग रखी। इस पहल से श्रमिकों में यह भरोसा बढ़ा कि उनके मुद्दे को राजनीतिक समर्थन प्राप्त है।इस प्रदर्शन में आजसू नेता संजय सिंह, मृत्युंजय सिंह, सरोज कुमार, सुधीर सिंह, मुकद्दर शर्मा, धुरंधर कुमार सिंह भी शामिल रहे।
30 दिसंबर तक अंतिम अल्टीमेटम
वार्ता में कई पंचायतों के प्रतिनिधि भी मौजूद रहे, जिनसे श्रमिकों ने लिखित आश्वासन की मांग की। श्रमिकों ने अपनी बात स्पष्ट रखते हुए सरकार और विभाग को अंतिम चेतावनी दी है। यदि 30 दिसंबर तक बकाया भुगतान और वेतन निर्गत नहीं हुआ तो नववर्ष से अनिश्चितकालीन हड़ताल शुरू की जाएगी, जिसकी पूरी ज़िम्मेदारी विभाग और सरकार की होगी।
