
धनबाद। मंगलवार देर रात केंदुआडीह थाना क्षेत्र के राजपूत बस्ती, मस्जिद मोहल्ला और 5 नंबर इलाके में अचानक तेज बदबूदार गैस फैलने से अफरा-तफरी मच गई। लगभग एक हजार की आबादी वाले इस क्षेत्र में गैस का प्रभाव इतना तेज था कि दो दर्जन से अधिक लोग सिरदर्द, उल्टी, चक्कर और सांस लेने में कठिनाई जैसी समस्याओं से पीड़ित हो गए। सभी को उपचार के लिए अस्पताल भेजा गया है।खतरनाक स्थिति का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि एक पीड़ित परिवार का पालतू तोता गैस के असर से मर गया। इससे स्थानीय लोगों में भय और चिंता गहरा गई है।
जांच टीम अलर्ट मोड में, गैस रिसाव की तलाश जारी
सूचना मिलते ही बीसीसीएल सेफ्टी टीम, केंदुआडीह थाना पुलिस और अन्य अधिकारी गैस डिटेक्टर मशीन के साथ मौके पर पहुंचे और पूरे इलाके का निरीक्षण किया।प्राथमिक जांच में अनुमान लगाया गया कि थाना के पास स्थित जीएम गेस्ट हाउस के करीब झाड़ियों वाली जगह से गैस निकल रही है, लेकिन गैस का प्रकार और उसका सटीक स्रोत अभी तक स्पष्ट नहीं हो पाया है।एरिया सेफ्टी ऑफिसर, कुसुंडा ने बताया “गैस का अस्तित्व आसपास की जमीन में होने की आशंका है। डिटेक्टर मशीन से जांच जारी है। गैस का प्रतिशत अभी पता नहीं चल पाया है, लेकिन दुर्गंध काफी तेज है।”बीसीसीएल एजेंट लखन लाल बरनवाल ने कहा “गैस रिसाव की लोकेशन का पता लगाया जा रहा है। जैसे ही सटीक स्थान मिलेगा, उसे तुरंत भरने का काम शुरू कर दिया जाएगा।”
स्थानीय लोग भयभीत, कई परिवारों ने छोड़ा इलाका
रहवासी लगातार गंभीर स्वास्थ्य लक्षणों की शिकायत कर रहे हैं।राजपूत बस्ती के टिंकू अंसारी ने बताया अचानक कई लोग उल्टी और चक्कर की शिकायत कर रहे थे। हमें समझ ही नहीं आया कि क्या हो रहा है।निवासी रामकिशन ने दुख जताते हुए कहा “गैस के असर से मेरा पालतू तोता मर गया। इतनी जहरीली गैस हम लोग भी सांस में ले रहे थे।स्थानीय महेश गोस्वामी ने बताया मेरी बच्ची सुबह घर निकलते ही चक्कर खाकर गिर गई। डॉक्टरों ने कहा कि उसे जहरीली गैस का असर हुआ है। डर के कारण हम अभी घर छोड़कर बाहर रह रहे हैं।दर्जनों लोग अपने बच्चों और परिवारों को लेकर सुरक्षा की दृष्टि से प्रभावित इलाका छोड़ चुके हैं।
थाना प्रभारी ने कहा – मामले को गंभीरता से लिया गया
केंदुआडीह थाना प्रभारी प्रमोद पांडे ने बताया—“स्थानीयों और जनप्रतिनिधियों की सूचना पर तुरंत बीसीसीएल को जानकारी दी गई। टीम मौके पर पहुंच गई है और गैस रिसाव को रोकने के प्रयास तेज कर दिए गए हैं। लोगों की सुरक्षा प्राथमिकता है।”
स्थिति नियंत्रण में लाने के प्रयास जारी
बीसीसीएल की तकनीकी टीम लगातार प्रभावित क्षेत्र की निगरानी कर रही है।गैस की प्रकृति, रिसाव का स्तर और स्रोत की पुष्टि के बाद ही इसे बंद किया जा सकेगा। फिलहाल प्रशासन ने लोगों को सतर्क रहने और अनावश्यक रूप से बाहर न निकलने की सलाह दी है।
