
जमशेदपुर: देश के प्रथम राष्ट्रपति देशरत्न डॉ. राजेंद्र प्रसाद की 141वीं जयंती के अवसर पर बुधवार को जिला व्यवहार न्यायालय परिसर स्थित बार भवन में वकील समुदाय द्वारा ‘अधिवक्ता दिवस’ धूमधाम से मनाया गया। वकीलों ने राजेंद्र बाबू के महान जीवन मूल्यों और राष्ट्र निर्माण में उनके योगदान को याद किया।
केक कटिंग कर मनाई गई जयंती
बार एसोसिएशन के वरीय सदस्य अधिवक्ता अर्जुन सिंह और अधिवक्ता सुधीर कुमार पप्पू ने संयुक्त रूप से केक कटिंग कर जयंती समारोह की शुरुआत की।अधिवक्ता अर्जुन सिंह ने डॉ. राजेंद्र प्रसाद की व्यक्तिगत सादगी,कार्यशीलता, ईमानदारी, कार्य पद्धति और आदर्श मूल्यों पर विस्तार से प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि प्रथम राष्ट्रपति ने विशाल भवन में भी जिस तरह एक आम भारतीय के रूप में जिंदगी व्यतीत की, उसकी मिसाल मिलना मुश्किल है।सिंह ने जोर देकर कहा कि राजेंद्र बाबू का जीवन मूल्य और आदर्श भारत की वर्तमान ही नहीं, बल्कि आने वाली पीढ़ियों के लिए भी प्रेरक और अनुकरणीय रहेगा।इस मौके पर वक्ताओं ने देश की आजादी के संघर्ष में वकीलों की बड़ी भूमिका की भी चर्चा की, जिससे यह दिन (3 दिसंबर) ‘अधिवक्ता दिवस’ के रूप में मनाया जाता है।
