
जादूगोड़ा।यूरेनियम कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया लिमिटेड जादूगोड़ा में मृतक कर्मचारियों के आश्रितों को स्थायी नौकरी देने सहित आठ सूत्री मांगों को लेकर बुधवार सुबह से ही आश्रित परिवारजनों के नेतृत्व में हड़ताल जारी है। आंदोलनकारी कर्मचारियों ने मुख्य द्वार पर जाम लगाते हुए कंपनी के सभी स्थायी कर्मचारियों के प्रवेश पर भी रोक लगा दी है। इससे प्लांट का नियमित उत्पादन पूरी तरह प्रभावित हो गया है।
दूसरे दिन UCIL प्रबंधन का सख्त कदम — जारी किया ‘No Work, No Pay’ नोटिस
हड़ताल के दूसरे दिन गुरुवार को UCIL प्रबंधन ने कड़ा रुख अपनाते हुए नो वर्क-नो पे का नोटिस जारी कर दिया। इसके बाद स्थायी कर्मचारियों में भी चिंता की स्थिति बन गई है, क्योंकि हड़ताल के कारण वे ड्यूटी पर नहीं पहुंच पा रहे हैं। नोटिस में साफ कहा गया है कि अनाधिकृत अनुपस्थिति की स्थिति में वेतन पर रोक रहेगी।
हड़ताल क्यों? मृतक आश्रितों को मिलनी चाहिए स्थायी नौकरी
आंदोलनकारियों की मुख्य मांग मृतक कर्मचारियों के आश्रितों को UCIL में स्थायी नियुक्ति देने की है। कई मामलों में लंबे समय से आश्रितों की फाइलें लंबित हैं, जिसका उल्लेख आंदोलनकारियों ने किया है। साथ ही अन्य आठ सूत्री मांगों में मुआवजा, चिकित्सा सुविधा और सेवानिवृत्त कर्मचारियों के लंबित लाभ भी शामिल हैं।
विधायक सोमेश सोरेन वार्ता में जुटे, दोबारा रखी गई आठ सूत्री मांग
स्थिति गंभीर होती देख स्थानीय विधायक सोमेश सोरेन ने हस्तक्षेप किया और गुरुवार को UCIL प्रबंधन के साथ वार्ता की पहल की। बैठक में आश्रित परिवारों की समस्याओं को विस्तार से रखा गया। विधायक ने कहा कि—“मृतक आश्रितों को उनका हक मिलना ही चाहिए। UCIL प्रबंधन को संवेदनशील और सकारात्मक रुख अपनाना चाहिए।”वार्ता में आश्रितों ने अपनी आठ सूत्री मांग फिर से रखी, जिन पर सहमति बनाने की कोशिश जारी है।
कर्मचारियों में तनाव, उत्पादन ठप
UCIL के जादूगोड़ा यूनिट में लगातार दूसरे दिन उत्पादन पूरी तरह बंद रहा।स्थायी कर्मचारी भी प्रवेश न मिलने के कारण घर लौट गए। इससे यूनिट की सुरक्षा, रख-रखाव और दैनिक संचालन पर भी असर पड़ा है। कर्मचारियों का कहना है कि हम हड़ताल के पक्ष में नहीं हैं, लेकिन प्रवेश नहीं मिल रहा। नो वर्क-नो पे का नोटिस जारी होने से दबाव और बढ़ गया है।
क्या समाधान निकलेगा?
वार्ता का अगला दौर महत्वपूर्ण माना जा रहा है। आश्रितों का कहना है कि जब तक उनकी मांगों पर ठोस निर्णय नहीं होगा, हड़ताल समाप्त नहीं की जाएगी।UCIL प्रबंधन ने फिलहाल किसी लिखित आश्वासन से इनकार किया है, लेकिन बातचीत जारी रखने की बात कही है।
