
जमशेदपुर।जमशेदपुर के भूयाड़ीह क्षेत्र में हाल ही में अवैध अतिक्रमण के खिलाफ चलाए गए अभियान के बाद शहर की सियासत पूरी तरह से गरमा गई है। बेघर हुए परिवारों को लेकर पक्ष और विपक्ष आमने-सामने हैं, जिससे राजनीतिक पारा चढ़ गया है।
विपक्ष पीड़ित परिवारों के साथ
एक ओर, पूर्व मंत्री दुलाल भैया, जमशेदपुर पूर्वी की विधायक पूर्णिमा साहू, जेडीयू सहित अन्य सामाजिक संगठन मजबूती से पीड़ित परिवारों के साथ खड़े हैं। ये नेता और संगठन, उजाड़े गए परिवारों को तत्काल राहत पहुँचाने और उनके पुनर्वास की मांग कर रहे हैं।
सत्ताधारी दल ने खोला मोर्चा
वहीं, दूसरी ओर सत्ताधारी दल झारखंड मुक्ति मोर्चा ने इस मुद्दे पर पूर्व मंत्री दुलाल भैया के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। जेएमएम इस अभियान को सही ठहराते हुए अतिक्रमणकारियों का समर्थन करने के लिए विपक्ष की आलोचना कर रहा है।
केंद्रीय बस्ती विकास समिति का प्रदर्शन
भूयाड़ीह के पीड़ित परिवारों की अनदेखी से नाराज केंद्रीय बस्ती विकास समिति ने सोमवार को मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के खिलाफ जोरदार विरोध प्रदर्शन किया। प्रदर्शनकारियों ने मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन का पुतला फूंका और सरकार के प्रति अपना गुस्सा जाहिर किया।प्रदर्शन का नेतृत्व कर रहे समिति के सदस्य बलदेव ने सरकार और प्रशासन पर उदासीनता का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कड़ाके की ठंड के बीच जिन परिवारों को उजाड़ दिया गया है, वे किस तरह से रात काट रहे हैं, इसकी सुध लेने वाला कोई नहीं है। इतने दिन बीत जाने के बाद भी सरकार या प्रशासन के स्तर पर इन पीड़ित परिवारों के लिए कोई राहत कार्य शुरू नहीं करना चिंता का विषय है।बलदेव ने चेतावनी दी कि आज मुख्यमंत्री का पुतला जलाकर विरोध प्रदर्शन किया गया है और यदि जल्द ही इन परिवारों को राहत नहीं मिली तो यह लड़ाई आगे भी जारी रहेगी। उन्होंने मांग की कि सरकार तत्काल ठोस कदम उठाकर इन बेघर हुए परिवारों को उचित राहत और रहने की व्यवस्था प्रदान करे।
