
रांची: मंगलवार को विधानसभा के शून्य काल के दौरान बहरागोड़ा के विधायक समीर कुमार मोहंती ने पूरे राज्य की स्वास्थ्य सहियाओं से जुड़ा एक बेहद संवेदनशील और महत्वपूर्ण मुद्दा सरकार के समक्ष रखा। उन्होंने आसन के माध्यम से सरकार से मांग की कि राज्य के स्वास्थ्य विभाग में महज 2,000 रुपए की प्रोत्साहन राशि पर कार्यरत स्वास्थ्य सहियाओं को बीते अगस्त माह से मंईयां सम्मान योजना के लाभ से वंचित कर दिया गया है, जो पूरी तरह से अन्यायपूर्ण और दुर्भाग्यपूर्ण है।
कम मानदेय पर कर रही हैं सेवा, फिर भी योजना से बाहर
विधायक समीर कुमार मोहंती ने कहा कि राज्य की स्वास्थ्य सहियाएं ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों में टीकाकरण, मातृ एवं शिशु स्वास्थ्य, परिवार नियोजन, पोषण अभियान, महामारी नियंत्रण सहित कई अहम सरकारी योजनाओं के क्रियान्वयन में अग्रिम पंक्ति में कार्य कर रही हैं। इसके बावजूद उन्हें केवल 2,000 रुपए की प्रोत्साहन राशि मिलती है, जो उनकी मेहनत और जिम्मेदारियों की तुलना में बेहद कम है।उन्होंने आरोप लगाया कि अगस्त माह से स्वास्थ्य सहियाओं को मंईयां सम्मान योजना से बाहर कर दिया गया, जिससे वे राज्य सरकार की इस महत्वाकांक्षी योजना के लाभ से वंचित रह गई हैं। यह स्थिति न केवल आर्थिक रूप से उन्हें कमजोर बना रही है, बल्कि उनके मनोबल को भी तोड़ रही है।
‘मंईयां सम्मान योजना’ का समुचित लाभ दिलाने की मांग
विधायक मोहंती ने सरकार से स्पष्ट शब्दों में मांग की कि स्वास्थ्य सहियाओं को मंईयां सम्मान योजना का पूर्ण और समुचित लाभ दिया जाए, ताकि वे भी इस महत्वाकांक्षी योजना से लाभान्वित होकर अपनी आर्थिक स्थिति मजबूत कर सकें।उन्होंने कहा कि जब स्वास्थ्य सहियाएं जान जोखिम में डालकर जनता की सेवा कर रही हैं, तो उन्हें सरकार की कल्याणकारी योजनाओं से वंचित रखना न्यायोचित नहीं कहा जा सकता।
सदन में उठे सवाल, सरकार से ठोस निर्णय की उम्मीद
शून्य काल में यह मामला उठने के बाद अब सभी की निगाहें सरकार के फैसले पर टिकी हुई हैं। उम्मीद जताई जा रही है कि सरकार इस गंभीर मुद्दे पर संवेदनशीलता दिखाते हुए जल्द कोई सकारात्मक निर्णय लेगी, जिससे राज्य की हजारों स्वास्थ्य सहियाओं को राहत मिल सके।
