
जमशेदपुर। समाहरणालय सभागार में उपायुक्त कर्ण सत्यार्थी की अध्यक्षता में बुधवार को जिला खनन टास्क फोर्स की महत्वपूर्ण बैठक आयोजित की गई। बैठक में पिछले तीन माह में जिले में अवैध खनन, परिवहन और भंडारण की रोकथाम हेतु विभिन्न विभागों द्वारा की गई कार्रवाई की समीक्षा की गई।उपायुक्त ने कार्रवाई को ‘संतोषजनक नहीं’ पाए जाने पर गहरा असंतोष व्यक्त किया और कई अधिकारियों को सख्त चेतावनी दी।
सीओ और थाना प्रभारियों को शो-कॉज
समीक्षा के दौरान, बहरागोड़ा, चाकुलिया और जमशेदपुर अंचलों को छोड़कर, अन्य सभी अंचलों में अवैध खनन और परिवहन पर कार्रवाई की धीमी गति को देखते हुए डीसी कर्ण सत्यार्थी ने तत्काल प्रभाव से सभी संबंधित अंचलाधिकारी एवं संबंधित अंचल के थाना प्रभारियों को कारण बताओ नोटिस जारी करने का निर्देश दिया।उपायुक्त ने स्पष्ट निर्देश दिया कि किसी भी अंचल क्षेत्र में खनिजों के अवैध खनन और परिवहन की स्थिति में संबंधित सीओ और थाना प्रभारी की जवाबदेही तय होगी। सभी अधिकारी अपने-अपने क्षेत्र में लगातार भ्रमणशील रहते हुए खनन माफियाओं के खिलाफ प्रभावी कार्रवाई करें।
राजस्व बढ़ाने और कालाबाजारी रोकने पर जोर
उपायुक्त ने जिला खनन पदाधिकारी सतीश नायक को बालू की कालाबाजारी रोकने के लिए विशेष निर्देश दिए।अवैध स्टॉक के विरुद्ध व्यापक अभियान चलाकर कारोबार में संलिप्त लोगों के खिलाफ प्रभावी कार्रवाई की जाए।जब्त किए गए लघु खनिजों की नीलामी कराकर राजस्व बढ़ाने पर विशेष ध्यान दिया जाए।लाइसेंसी बालू डीलर के स्टॉक यार्ड से आम नागरिक वैध तरीके से कैसे बालू खरीद सकते हैं, इस संबंध में व्यापक प्रचार-प्रसार करने का भी निर्देश दिया गया।
अंतर-विभागीय समन्वय पर बल
डीसी ने सभी पदाधिकारियों को निर्देश दिया कि अवैध खनन, परिवहन एवं भंडारण की रोकथाम के लिए जिला प्रशासन की ओर से निरंतर अभियान चलाया जाए। उन्होंने साफ कहा कि इस कार्य में किसी भी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी और दोषी व्यक्तियों, संचालकों एवं वाहन मालिकों के विरुद्ध नियमों के अनुरूप कठोरतम दंडात्मक कार्रवाई की जाएगी।उपायुक्त ने खनन, पुलिस, वन, परिवहन एवं प्रदूषण नियंत्रण जैसे सभी संबंधित विभागों को आपसी तालमेल और त्वरित सूचना आदान-प्रदान के साथ अभियान चलाने के निर्देश दिए, ताकि खनिज संपदा की सुरक्षा, राजस्व वृद्धि और पर्यावरण संरक्षण सुनिश्चित किया जा सके।
बैठक में वरीय पुलिस अधीक्षक पीयूष पांडेय, पुलिस अधीक्षक (नगर) कुमार शिवाशीष, एडीएम लॉ एंड ऑर्डर भगीरथ प्रसाद, एसडीएम धालभूम चंद्रजीत सिंह, एसडीपीओ घाटशिला अजीत कुजूर समेत अन्य अधिकारी उपस्थित रहे, जबकि अंचलाधिकारी और थाना प्रभारी वर्चुअल माध्यम से शामिल हुए।
