
जमशेदपुर। टाटा स्टील के स्पोर्ट्स डिपार्टमेंट ने खेल जगत में उच्च नैतिक मानकों को सुनिश्चित करने और टाटा समूह के मूल्यों को बढ़ावा देने के उद्देश्य से जमशेदपुर एफसी के स्टाफ और कोचों के लिए एक महत्वपूर्ण ‘स्पोर्ट्स कोड ऑफ कंडक्ट’ (खेल आचार संहिता) पर वर्कशॉप का आयोजन किया।
व्यावसायिकता और टाटा मूल्य
इस विशेष सेशन में मुख्य रूप से तीन पहलुओं पर जोर दिया गया जिसमे खेल के मैदान और मैदान के बाहर उच्च नैतिक मानकों का पालन करना।टाटा समूह के मूलभूत मूल्यों और सिद्धांतों को अपने कार्य में समाहित करना।युवा खिलाड़ियों के विकास के साथ-साथ एक अनुशासित और पेशेवर आचरण बनाए रखना।कोचों को विशेष रूप से यह सिखाया गया कि वे कैसे एथलीटों के लिए एक सम्मानजनक और सकारात्मक माहौल तैयार कर सकते हैं, जो उन्हें न केवल खेल में, बल्कि जीवन में भी सफल होने के लिए प्रेरित करे।
प्रमुख स्टाफ की भागीदारी
इस महत्वपूर्ण वर्कशॉप में जमशेदपुर एफसी के प्रमुख स्टाफ और कोचिंग टीम ने सक्रिय रूप से भाग लिया, जिनमें हेड कोच स्टीवन डायस, गोलकीपर कोच हर्षद मेहर, जीएम प्रशांत गोडबोले सहित अन्य सभी स्टाफ सदस्य शामिल थे।इस सेशन ने टाटा स्टील और जमशेदपुर एफसी के संयुक्त लक्ष्य को आगे बढ़ाने पर बल दिया—जो कि स्किल और कैरेक्टर (कौशल और चरित्र) आधारित स्पोर्टिंग इकोसिस्टम का निर्माण करना है। इस तरह के कार्यक्रम यह सुनिश्चित करते हैं कि क्लब का प्रदर्शन मैदान पर और ऑफ-फील्ड दोनों जगह उत्कृष्ट हो।
