
जमशेदपुर। शहर की सड़कों पर आवारा पशुओं के कारण होने वाली दुर्घटनाओं और यातायात की बाधा को देखते हुए जमशेदपुर अक्षेस प्रशासन ने कड़ा रुख अपनाया है। बुधवार को साकची और काशीडीह क्षेत्र में विशेष अभियान चलाकर नागरिकों को असुरक्षा के माहौल से राहत दिलाई गई।
प्रमुख क्षेत्रों में हुई कार्रवाई
जमशेदपुर अक्षेस की टीम ने विशेष रूप से साकची मनोकामना मंदिर और काशीडीह जैसे भीड़भाड़ वाले इलाकों में अभियान चलाया। इन क्षेत्रों में लंबे समय से आवारा पशुओं, विशेषकर सांडों के कारण राहगीरों और दुकानदारों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा था।
दो सांडों को किया गया रेस्क्यू
अभियान के दौरान टीम ने दो आक्रामक सांडों को सुरक्षित रूप से काबू में किया। पकड़े गए दोनों सांडों को तुरंत टाटानगर गौशाला भेज दिया गया है। प्रशासन ने सुनिश्चित किया है कि गौशाला में इन पशुओं के रहने और खाने-पीने की समुचित व्यवस्था की जाए।
क्यों जरूरी थी यह कार्रवाई?
बाजार क्षेत्रों में आवारा सांडों की मौजूदगी न केवल यातायात को प्रभावित कर रही थी, बल्कि आए दिन छोटी-मोटी दुर्घटनाएं भी हो रही थीं। स्थानीय निवासियों और व्यापारियों ने सुरक्षा को लेकर चिंता जताई थी, जिसके बाद उप नगर आयुक्त के निर्देश पर यह त्वरित एक्शन लिया गया।
उप नगर आयुक्त का संदेश: जारी रहेगा अभियान
जमशेदपुर अक्षेस के उप नगर आयुक्त ने स्पष्ट किया कि यह केवल एक दिन की कार्रवाई नहीं है। उन्होंने कहा शहर में आवारा पशुओं की समस्या के समाधान के लिए ऐसे अभियान नियमित रूप से चलाए जाएंगे। नागरिकों की सुरक्षा हमारी प्राथमिकता है।
नागरिकों से अपील
प्रशासन ने शहरवासियों से सहयोग की अपील की है। यदि किसी भी क्षेत्र में आवारा पशुओं के कारण खतरा महसूस हो या यातायात बाधित हो, तो इसकी सूचना तुरंत नगर निगम/अक्षेस को दें ताकि समय रहते कार्रवाई की जा सके।
