
जमशेदपुर: नेशनल हेराल्ड मामले को लेकर छिड़ी सियासी जंग अब सड़कों पर उतर आई है। गुरुवार को भाजपा जिला कार्यालय के बाहर कांग्रेस और भाजपा कार्यकर्ताओं के बीच जमकर बवाल हुआ। पूर्व घोषित कार्यक्रम के तहत कांग्रेसी कार्यकर्ता जब विरोध प्रदर्शन करने पहुंचे, तो स्थिति तनावपूर्ण हो गई और दोनों दलों के कार्यकर्ता आमने-सामने आ गए।
‘वोट चोर गद्दी छोड़’ के नारों से गूंजा परिसर
कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने केंद्र सरकार और भाजपा के खिलाफ आक्रामक रुख अख्तियार करते हुए “वोट चोर गद्दी छोड़“ के नारे लगाए। कांग्रेस का आरोप है कि नेशनल हेराल्ड मामले में उनके नेताओं को जानबूझकर निशाना बनाया जा रहा है। कांग्रेसियों के तेवर देख कार्यालय पर मौजूद भाजपाई भी बाहर निकल आए और जवाबी नारेबाजी शुरू कर दी।
पुलिस की बैरिकेडिंग और तीखी झड़प
मामले की संवेदनशीलता को देखते हुए पुलिस ने पहले ही भाजपा कार्यालय के बाहर भारी घेराबंदी (बैरिकेडिंग) कर रखी थी। पुलिस बल ने दोनों पक्षों के बीच दीवार बनकर उन्हें अलग करने की पूरी कोशिश की, लेकिन आक्रोशित कार्यकर्ताओं के बीच धक्का-मुक्की और तीखी बहस चलती रही।
झंडे फाड़ने का आरोप, हिंसक होते-होते बची झड़प
प्रदर्शन के दौरान माहौल तब और गरमा गया जब कांग्रेसियों ने आरोप लगाया कि भाजपा कार्यकर्ताओं द्वारा उनके पार्टी के झंडे फाड़ दिए गए हैं। इस बात को लेकर दोनों पक्षों में हाथापाई की नौबत आ गई थी। हालांकि, मौके पर मौजूद दोनों पार्टियों के वरिष्ठ नेताओं ने सूझबूझ दिखाई और अपने-अपने कार्यकर्ताओं को शांत कराया, जिससे प्रदर्शन एक बड़ी हिंसक झड़प में तब्दील होने से बाल-बाल बच गया।
पूर्व घोषित था प्रदर्शन
गौरतलब है कि कांग्रेस ने इस विरोध प्रदर्शन की घोषणा पहले ही कर दी थी, जिसके कारण प्रशासन अलर्ट मोड पर था। बैरिकेडिंग की वजह से कांग्रेसी कार्यकर्ता भाजपा कार्यालय के मुख्य द्वार तक नहीं पहुंच सके, लेकिन सड़क पर ही घंटों तक हाई वोल्टेज ड्रामा चलता रहा।
