
चाईबासा: चाईबासा स्थित गुरुद्वारा नानक दरबार में सिखों के दसवें गुरु, साहिब-ए-कमाल श्री गुरु गोबिंद सिंह जी का पावन प्रकाश गुरुपर्व अत्यंत श्रद्धा, भक्ति और हर्षोल्लास के साथ मनाया जा रहा है। इस पावन अवसर पर गुरुवार को गुरुद्वारा परिसर में विशेष धार्मिक अनुष्ठान शुरू हुए, जिससे पूरा माहौल आध्यात्मिक रंग में रंग गया है।
श्री अखंड पाठ साहिब का शुभारंभ
गुरुपर्व के उपलक्ष्य में ग्रंथी प्रताप सिंह जी ने अरदास की, जिसके पश्चात श्री गुरु ग्रंथ साहिब जी का श्री अखंड पाठ विधि-विधान के साथ आरंभ किया गया। यह पाठ बिना रुके लगातार 48 घंटे तक चलेगा।पाँच ग्रंथियों का जत्था दो-दो घंटे की बारी (डयूटी) में श्री गुरु ग्रंथ साहिब जी के सभी 1430 अंगों (पृष्ठों) का पाठ पूर्ण करेगा।इस अखंड पाठ की समाप्ति शनिवार, 27 दिसंबर को भोग के साथ होगी।
संगत में उत्साह और गुरु साहिब का संदेश
श्री गुरु सिंह सभा के अध्यक्ष गुरमुख सिंह खोखर ने इस गौरवशाली अवसर पर सभी श्रद्धालुओं को प्रकाश गुरुपर्व की अग्रिम बधाई दी। उन्होंने गुरु गोबिंद सिंह जी के जीवन पर प्रकाश डालते हुए कहा कि गुरु साहिब ने मानवता की रक्षा और धर्म के लिए अपना सर्वस्व न्योछावर कर दिया। उनके आदर्श आज भी पूरी दुनिया को साहस और सेवा की प्रेरणा देते हैं।
विभिन्न क्षेत्रों से जुटेंगे श्रद्धालु
अध्यक्ष गुरमुख सिंह खोखर ने बताया कि इस बार गुरुपर्व का आयोजन भव्य स्तर पर किया जा रहा है। मुख्य समारोह में चाईबासा के स्थानीय श्रद्धालुओं के अलावा झींकपानी,केशरगढ़िया,राजखरसांवा की संगत भी बड़ी संख्या में शामिल होगी। शनिवार को अखंड पाठ की समाप्ति के बाद विशेष कीर्तन दरबार और गुरु का अटूट लंगर बरताया जाएगा।
भक्तिमय हुआ गुरुद्वारा परिसर
प्रकाश गुरुपर्व को लेकर गुरुद्वारा नानक दरबार को आकर्षक ढंग से सजाया गया है। सुबह से ही श्रद्धालु मत्था टेकने और सेवा के लिए गुरुघर पहुँच रहे हैं। शनिवार को होने वाले मुख्य दीवान में रागी जत्थों द्वारा गुरुबाणी कीर्तन के माध्यम से संगत को निहाल किया जाएगा।
