
जमशेदपुर: किताबी ज्ञान को व्यावहारिक धरातल पर उतारने के उद्देश्य से करीम सिटी कॉलेज के वाणिज्य स्नातकोत्तर विभाग के छात्रों ने एक महत्वपूर्ण उपलब्धि हासिल की। विभाग के छात्रों के एक दल ने टाटा स्टील लिमिटेड के नोआमुंडी स्थित ओर, माइन्स एंड क्वेरीज डिवीजन का एक दिवसीय शैक्षणिक एवं औद्योगिक दौरा किया।
औद्योगिक कार्यप्रणाली का प्रत्यक्ष अनुभव
वाणिज्य विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ. मो. मोअज्ज़म नज़री के कुशल मार्गदर्शन में आयोजित इस दौरे का मुख्य लक्ष्य छात्रों को कॉर्पोरेट जगत की वास्तविक कार्यप्रणाली से रूबरू कराना था। छात्रों ने कक्षा में पढ़े गए प्रबंधन और वाणिज्य के सिद्धांतों को एक विशाल औद्योगिक ढांचे में क्रियान्वित होते हुए देखा।
उन्नत तकनीक और प्रशासनिक ढांचे की मिली जानकारी
दौरे के दौरान टाटा स्टील के विशेषज्ञों ने छात्रों को नोआमुंडी माइंस के विभिन्न पहलुओं से अवगत कराया। छात्रों ने निम्नलिखित मुख्य क्षेत्रों पर महत्वपूर्ण जानकारियां प्राप्त कीं जैसे किस प्रकार उन्नत मशीनों और सुरक्षा मानकों के साथ जमीन से लौह अयस्क निकाला जाता है।अयस्क के शोधन और उसकी गुणवत्ता नियंत्रण की अत्याधुनिक प्रणालियों का अवलोकन।इतने बड़े औद्योगिक प्रतिष्ठान को सुचारू रूप से चलाने के लिए आवश्यक प्रशासनिक और वित्तीय ढांचे की समझ को सुचारु रूप से समझा।
पर्यावरण और स्थिरता पर विशेष ध्यान
इस दौरे की एक खास बात टाटा स्टील की ‘पर्यावरणीय स्थिरता’ के प्रति प्रतिबद्धता रही। छात्रों ने देखा कि कैसे कंपनी जिम्मेदार संसाधन प्रबंधन के माध्यम से प्रकृति और उद्योग के बीच संतुलन बनाए रखती है। छात्रों ने वहां संचालित कई महत्वपूर्ण परियोजनाओं का अवलोकन किया, जो पारिस्थितिकी तंत्र के संरक्षण के लिए चलाई जा रही हैं।
व्यावहारिक शिक्षा की ओर बढ़ते कदम
विभागाध्यक्ष डॉ. मो. मोअज्ज़म नज़री ने इस दौरे के महत्व पर प्रकाश डालते हुए कहा कि एमकॉम जैसे पेशेवर पाठ्यक्रम के लिए औद्योगिक अनुभव अनिवार्य है। इससे छात्रों की सोच में स्पष्टता आती है और वे भविष्य की चुनौतियों के लिए बेहतर तरीके से तैयार होते हैं।दौरे से लौटे छात्रों ने अपना अनुभव साझा करते हुए कहा कि यह यात्रा उनके लिए केवल एक शैक्षणिक दौरा नहीं, बल्कि करियर की दिशा में एक प्रेरणादायक अनुभव रहा। इस सफल आयोजन के लिए कॉलेज प्रशासन और टाटा स्टील प्रबंधन के प्रति आभार व्यक्त किया गया।
