
चाकुलिया: झारखंड में पेसा कानून के प्रभावी क्रियान्वयन को लेकर आदिवासी समाज और झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) के कार्यकर्ताओं में भारी उत्साह देखा जा रहा है। शुक्रवार को चाकुलिया स्थित बिरसा चौक पर झामुमो कार्यकर्ताओं ने ढोल-नगाड़ों की थाप पर जमकर जश्न मनाया और एक-दूसरे को बधाई दी। इस अवसर पर आयोजित सभा को संबोधित करते हुए क्षेत्रीय विधायक समीर कुमार मोहंती ने इसे राज्य सरकार की बड़ी उपलब्धि बताया।
ऐतिहासिक कदम और संवैधानिक मजबूती
सभा को संबोधित करते हुए बहरागोड़ा के विधायक समीर कुमार मोहंती ने कहा कि मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के नेतृत्व वाली सरकार ने पेसा कानून को प्रभावी बनाकर आदिवासी समाज के संवैधानिक अधिकारों को नई शक्ति दी है। उन्होंने इसे एक ऐतिहासिक कदम करार देते हुए कहा कि झामुमो हमेशा से ही आदिवासियों के हक, स्वाभिमान और अस्मिता की लड़ाई लड़ती आई है और यह कानून उसी संघर्ष की जीत है।
ग्राम सभा को मिलेगी असली ताकत: समीर मोहंती
विधायक ने पेसा कानून के महत्व पर प्रकाश डालते हुए मुख्य बातें साझा कीं ।अब गांवों के विकास और स्थानीय मुद्दों से जुड़े अहम निर्णय सीधे ग्राम सभा के माध्यम से लिए जाएंगे। प्रशासन में ग्रामीणों की भागीदारी बढ़ेगी। इस कानून के क्रियान्वयन से ‘जल-जंगल और जमीन’ की सुरक्षा सुनिश्चित होगी। स्थानीय समुदायों का अपने प्राकृतिक संसाधनों पर अधिकार और मजबूत होगा।उन्होंने कहा कि इस कानून से ग्राम सभा को वास्तविक अधिकार मिले हैं, जिससे गांव के लोग ही अपने क्षेत्र के भाग्य विधाता बनेंगे।
ढोल-नगाड़ों के साथ मनाया गया विजय उत्सव
बिरसा चौक पर आयोजित इस कार्यक्रम में कार्यकर्ताओं ने पारंपरिक वाद्य यंत्रों के साथ नृत्य किया और ‘झारखंड सरकार जिंदाबाद’ के नारे लगाए। कार्यकर्ताओं का कहना था कि पेसा कानून का लंबे समय से इंतजार था, जिसे झामुमो सरकार ने पूरा कर दिखाया है।
कार्यक्रम में प्रमुख उपस्थिति
इस हर्षोल्लासपूर्ण कार्यक्रम में बड़ी संख्या में झामुमो पदाधिकारी, स्थानीय ग्रामीण, पंचायत प्रतिनिधि और आम नागरिक उपस्थित रहे। सभी ने भगवान बिरसा मुंडा की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर उन्हें नमन किया और राज्य की प्रगति का संकल्प लिया।
