
जमशेदपुर।काशीडीह हाई स्कूल में इस वर्ष दुर्गा पूजा और दशहरे का उत्सव बड़े ही धूमधाम और आध्यात्मिक माहौल में मनाया गया। विद्यालय परिसर में आयोजित इस कार्यक्रम ने विद्यार्थियों, शिक्षकों और अभिभावकों को एक साथ जोड़ते हुए भक्ति, एकता और सांस्कृतिक गौरव की भावना को सशक्त रूप से प्रकट किया।
दीप प्रज्वलन से हुआ शुभारंभ
समारोह की शुरुआत पारंपरिक दीप प्रज्वलन से हुई, जो अंधकार पर प्रकाश और बुराई पर अच्छाई की विजय का प्रतीक है। इसके बाद रंग-बिरंगे परिधानों में सजे विद्यार्थियों ने बंगाली नृत्य प्रस्तुत किया, जिसने दर्शकों का मन मोह लिया। छोटे बच्चों ने उत्साहपूर्वक स्वागत भाषण देकर पूरे माहौल को उल्लास से भर दिया।
मां दुर्गा के नौ रूपों और महिषासुर वध का मंचन
कार्यक्रम का मुख्य आकर्षण नर्सरी कक्षा के बच्चों द्वारा प्रस्तुत मां दुर्गा के नौ रूपों का प्रदर्शन रहा। मासूम बच्चों ने जिस आत्मीयता से नौ देवियों का अभिनय किया, उसे देखकर दर्शक भाव-विभोर हो उठे।इसके साथ ही मंच पर प्रस्तुत मां दुर्गा और महिषासुर के युद्ध का दृश्य इतना जीवंत था कि पूरे सभागार में भक्तिमय वातावरण बन गया।
डांडिया और रावण नृत्य ने बढ़ाया उत्साह
नवरात्रि की उमंग को दर्शाने के लिए विद्यार्थियों ने डांडिया नृत्य प्रस्तुत किया, जिसने समारोह में जोश और उल्लास का संचार किया। दशहरे के अवसर पर बच्चों ने “रावण तऽ एक राक्षस” विषय पर आधारित रावण नृत्य प्रस्तुत कर बुराई पर अच्छाई की विजय का संदेश दिया।कार्यक्रम के अंत में विद्यार्थियों ने एक शानदार अभिनय नृत्य किया, जिसमें राम, सीता और लक्ष्मण की विजय वापसी (राम की अयोध्या आगमन) को दर्शाया गया। यह प्रस्तुति सत्य और धर्म की शाश्वत विजय का प्रतीक बनकर सामने आई।
आयोजन का हुआ समापन
कार्यक्रम के समापन पर विद्यालय के उप-प्रधानाचार्य श्री राकेश पांडेय और समन्वयक श्रीमती रीता मिश्रा ने सभी अभिभावकों को सहयोग और प्रोत्साहन के लिए धन्यवाद दिया।इस सफल आयोजन का श्रेय कार्यक्रम प्रभारी श्रीमती हर्षिता संधू सहित शिक्षिकाओं सुश्री प्रियंका, सुश्री मंदीप, सुश्री नेहा, सुश्री मनमीत और सुश्री खुशबू को दिया गया, जिन्होंने अपनी टीम के साथ मिलकर पूरे समारोह को सफल बनाया।