
जमशेदपुर। जमशेदपुर के जेआरडी स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स में शनिवार से दिव्यांग मार्गदर्शन ट्रस्ट झारखंड और इंडियन ब्लाइंड फुटबॉल फेडरेशन द्वारा आयोजित जोनल चैंपियनशिप की शानदार शुरुआत हो गई है। इस प्रतियोगिता में पुरुष एवं महिला वर्ग में विभिन्न राज्यों से पहुंचे 17 टीमों के 175 खिलाड़ी भाग ले रहे हैं। इस रोमांचक टूर्नामेंट का समापन 3 नवंबर को किया जाएगा।
ईश्वरीय गुण से रोशन कर रहे नाम
जेआरडी स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स में एक ऐसा प्रेरणादायक दृश्य देखने को मिल रहा है, जो यह साबित करता है कि नेत्रहीन बच्चों में भी प्रतिभा की कोई कमी नहीं है। जैसा कि आयोजकों ने कहा, “अगर भगवान ने कुछ छीना है तो कुछ ऐसे गुण उन बच्चों में दे देता है, जिससे वह अपना नाम रोशन करते हैं।”इस जोनल चैंपियनशिप में पूर्वी क्षेत्र के विभिन्न राज्यों से टीमें हिस्सा ले रही हैं। इसमें पुरुष वर्ग की 11 एवं महिला वर्ग की 7 टीमें शामिल हैं।
इन राज्यों के खिलाड़ी दिखा रहे जौहर
प्रतियोगिता में झारखंड, पश्चिम बंगाल, उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, उत्तराखंड, दिल्ली, हरियाणा और बिहार के नेत्रहीन खिलाड़ी अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन कर रहे हैं।ब्लाइंड फुटबॉल की खास बात यह है कि खिलाड़ी फुटबॉल में लगे घुंघरू की आवाज पर गेंद की दिशा का अनुमान लगाते हैं और तालमेल बिठाते हुए खेलते हैं। इस अनूठे खेल को देखने के लिए बड़ी संख्या में लोगों की भीड़ भी नजर आ रही है, जो खिलाड़ियों का उत्साहवर्धन कर रही है।
आयोजन एक बड़ी चुनौती: जगन्नाथ बेहरा
दिव्यांग मार्गदर्शन ट्रस्ट झारखंड के निर्देशक जगन्नाथ बेहरा ने टूर्नामेंट के संबंध में जानकारी देते हुए कहा कि नेत्रहीन खिलाड़ियों के लिए इतने बड़े स्तर पर फुटबॉल टूर्नामेंट का आयोजन करना एक बड़ी चुनौती है। उन्होंने इंडियन फेडरेशन के आह्वान पर देश के विभिन्न राज्यों से पहुंचे खिलाड़ियों की सराहना की, जो अपनी प्रतिभा का जौहर दिखा रहे हैं।यह चैंपियनशिप खेल के प्रति उनके समर्पण और अदम्य साहस का प्रतीक है।
