
सरायकेला। सरायकेला थाना क्षेत्र के निलमोहनपुर गांव में एक आदिवासी महिला ने गांव के ही बुधेश्वर महतो पर उनकी पैतृक जमीन जबरन हड़पने और मारपीट करने का गंभीर आरोप लगाया है। पीड़िता सुमन बानसिंह, जो निलमोहनपुर प्राथमिक विद्यालय में रसोइया का काम करती हैं, ने इस संबंध में एसपी (पुलिस अधीक्षक) और एडीसी (अपर विकास आयुक्त) को लिखित शिकायत की है।
पूर्वजों को भुदान यज्ञ कमेटी से मिली थी जमीन
पीड़िता सुमन बानसिंह ने अपने आवेदन में बताया है कि उनके पूर्वजों को भुदान यज्ञ कमिटी, पश्चिम सिंहभूम जिला से मौजा निलमोहनपुर में जमीन मिली थी।जिसका जमीन का विवरण: मौजा निलमोहनपुर, थाना सरायकेला, थाना संख्या 227, खाता संख्या 66, प्लॉट संख्या 80, 81 और 83,रकबा: 30 डिसमिल (D0),प्रमाण पत्र संख्या: 2223/696740, दिनांक 23-5-1992 है। पीड़िता का कहना है कि तभी से उनका इस जमीन पर दखल है। प्लॉट संख्या 80 में वह साग-सब्जी लगाती थीं और उनके पूर्वजों द्वारा लगाए गए पलाश और बेगना के पेड़ लगे थे।
जबरन कब्जा और घर ढहने का आरोप
पीड़िता ने आरोप लगाया कि गांव के ही बुधेश्वर महतो ने उनकी जमीन पर जबरन कब्जा कर लिया है।बुधेश्वर महतो ने प्लॉट संख्या 80 पर लगे पेड़ों को तोड़ दिया और मिट्टी का भराव कर दिया। जबकि बुधेश्वर महतो ने केवल प्लॉट संख्या 82 खरीदा है।जमीन में अत्यधिक मिट्टी डाल दिए जाने के कारण पीड़िता का घर नीचा हो गया, जिसके कारण बारिश का पानी उनके कच्चे घर में जमा होने लगा और उनका मिट्टी का घर ढह गया।जब सुमन बानसिंह ने बुधेश्वर महतो से इसका विरोध किया, तो उनके साथ मारपीट की गई। पीड़िता ने बताया कि इस घटना की सूचना पूर्व में भी सरायकेला थाना को लिखित रूप से दी गई थी, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई।
अकेली महिला को जान से मारने की धमकी
सुमन बानसिंह घर में अकेली रहती हैं, क्योंकि उनकी माँ की मृत्यु हो चुकी है। उन्होंने शिकायत में लिखा है कि बुधेश्वर महतो द्वारा उन्हें बार-बार मारपीट करने की धमकी दी जा रही है, जिससे वह आतंकित हैं।पीड़िता ने प्रशासन से सुरक्षा प्रदान करने के साथ-साथ उनकी आदिवासी जमीन वापस दिलाने और न्याय की गुहार लगाई है। प्रशासन ने मामले की जांच कर उचित कार्रवाई का आश्वासन दिया है।
