
आदित्यपुर। आदित्यपुर नगर निगम क्षेत्र की कार्यशैली के खिलाफ हाल ही में पूर्व पार्षदों द्वारा किए गए आमरण अनशन के बाद, उपायुक्त की पहल पर गतिरोध समाप्त हो गया है। सोमवार को इसी सिलसिले में उपनगर आयुक्त पारुल सिंह की अध्यक्षता में एक सकारात्मक बैठक का आयोजन किया गया, जिसमें विकास कार्यों को लेकर आगे की रणनीति पर चर्चा हुई।
प्राथमिकता के आधार पर समाधान का आश्वासन

बैठक के दौरान पूर्व पार्षदों ने अपने-अपने क्षेत्र की लंबित समस्याओं को सूचीबद्ध किया और उपनगर आयुक्त से उन्हें प्राथमिकता के आधार पर समाधान करने की मांग रखी।उपनगर आयुक्त पारुल सिंह ने सभी पूर्व पार्षदों की समस्याओं को गंभीरता से सुना और उन्हें भरोसा दिलाया कि उनकी सभी जायज मांगों को प्राथमिकता के आधार पर पूरी की जाएगी।
आचार संहिता के बाद जारी होंगे टेंडर
उपनगर आयुक्त ने विकास कार्यों में हो रही देरी का कारण स्पष्ट करते हुए कहा कि घाटशिला में हो रहे उपचुनाव के कारण आदर्श आचार संहिता लागू है। उन्होंने कहा “आदर्श आचार संहिता समाप्त होने के बाद, रुके हुए टेंडर को तत्काल निकाला जाएगा। टेंडर प्रक्रिया पूरी होते ही क्षेत्र के सारे विकास कार्य शुरू हो जाएंगे।”पूर्व पार्षदों ने उपनगर आयुक्त के आश्वासन और उनकी समस्याओं को गंभीरता से सुनने के तरीके पर सकारात्मक आस्था जताते हुए उम्मीद जताई कि उनकी जायज मांगे जल्द पूरी होंगी।हालांकि, पूर्व पार्षदों ने यह सशर्त चेतावनी भी दी है कि यदि फिर से उन्हें धोखा दिया गया या उनकी मांगों को लंबित रखा गया, तो वे दोबारा भू-हड़ताल या आमरण अनशन पर बैठने को बाध्य हो जाएंगे। फिलहाल, जिला प्रशासन की इस पहल से विकास कार्यों के जल्द शुरू होने की उम्मीदें जग गई हैं।
