
जमशेदपुर।धरती आबा बिरसा मुंडा की जयंती और झारखंड स्थापना दिवस के अवसर पर शनिवार को भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (सीपीआई) जिला परिषद की ओर से साक्ची स्थित बिरसा मुंडा की आदमकद प्रतिमा पर माल्यार्पण कर कार्यक्रम आयोजित किया गया। पार्टी कार्यकर्ताओं एवं नेताओं ने बिरसा मुंडा को नमन करते हुए उनके संघर्षों को याद किया।
“जल-जंगल-जमीन की रक्षा के लिए आज भी संघर्ष की जरूरत” — सीपीआई
कार्यक्रम में सीपीआई के जिला सचिव अम्बुज कुमार ठाकुर ने कहा कि झारखंड स्थापना दिवस प्रदेशवासियों के लिए गौरव का पल है, लेकिन आज भी वह सपने अधूरे हैं, जिनके लिए धरती आबा ने लड़ाई लड़ी थी।उन्होंने कहा—“धरती आबा ने जल, जंगल और जमीन की रक्षा के लिए अपना जीवन समर्पित किया। आज इन संसाधनों पर पूंजीपतियों की नजर है। ऐसे में जनहित व आदिवासी हितों की रक्षा के लिए एक बार फिर संघर्ष के संकल्प के साथ आगे बढ़ने की आवश्यकता है।”
खनिजों की लूट से बचने की बात कही
सीपीआई के वरिष्ठ नेता सशि कुमार ने कहा कि झारखंड के खनिज संपदा पर पूंजीपतियों की बढ़ती नजर चिंता का विषय है।उन्होंने कहा—“राज्य के प्राकृतिक संसाधन जनता की धरोहर हैं। पूंजीपतियों द्वारा इन संसाधनों की लूट को रोकने के लिए जागरूकता और मजबूत आंदोलन की जरूरत है।”
कई नेता और कार्यकर्ता रहे उपस्थित
कार्यक्रम में सीपीआई के वरिष्ठ नेता हिरा अरकने, निगमानंद पाल, हुसैन अंसारी, छात्र नेता विक्रम कुमार, मोहम्मद याकुब, मिथलेश सिंह, एस. परमानिक समेत कई कार्यकर्ता व समर्थक उपस्थित थे।सभी ने धरती आबा की तस्वीर पर पुष्प अर्पित कर उनके सपनों का झारखंड बनाने का संकल्प लिया।
