
जादूगोड़ा: जादूगोड़ा में साइबर अपराध के मामले लगातार बढ़ते जा रहे हैं। हाल ही में वीरग्राम के एक टेंट हाउस कारोबारी तरुण दास साइबर ठगी का शिकार हो गए, जिसके बाद उनके बैंक खाते से 10,498 रुपये उड़ा दिए गए।
ठगी का तरीका: सीआरपीएफ के नाम पर फंसाया
पीड़ित तरुण दास ने बताया कि उन्हें विकास पटेल नाम के एक व्यक्ति का फोन आया, जिसने खुद को सीआरपीएफ का अधिकारी बताया। उसने तरुण से कहा कि आगामी 18 और 19 सितंबर को राखा कॉपर स्थित सीआरपीएफ केंद्र में एक कार्यक्रम के लिए टेंट लगाना है। तरुण को काम तुरंत शुरू करने के लिए कहा गया।
भरोसा जीता, फिर की ठगी
ठग के निर्देश पर तरुण दास तुरंत अपने सामान के साथ बताई गई जगह पर पहुंच गए। वहां पहुंचने के बाद उन्होंने फिर से विकास पटेल के नंबर पर संपर्क किया। ठग ने तरुण को झांसे में लेते हुए कहा कि काम के बदले पेमेंट के लिए वह एक बार कोड भेज रहा है। पहले तो ठग ने तरुण के खाते में 50 रुपये भेजे ताकि उनका भरोसा जीता जा सके। जैसे ही तरुण को लगा कि सब कुछ ठीक है, ठग ने उन्हें दूसरा बार कोड भेजा और कहा कि इससे पूरा पेमेंट मिल जाएगा।जैसे ही तरुण ने दूसरी बार उस बार कोड का इस्तेमाल किया, उनके खाते से 10,498 रुपये कट गए। जब तरुण को ठगी का एहसास हुआ तो उन्होंने दोबारा उस नंबर पर संपर्क किया, लेकिन अब साइबर अपराधी उन्हें धमका रहे हैं।इस घटना के बाद तरुण दास ने जादूगोड़ा पुलिस थाने में शिकायत दर्ज कराई है। यह घटना एक बार फिर दर्शाती है कि लोग किस तरह से फर्जी कॉल और बार कोड के झांसे में आकर अपनी मेहनत की कमाई गंवा रहे हैं। पुलिस मामले की जांच कर रही है।