
चांडिल: चांडिल मठिया मार्ग स्थित विवेकानंद केंद्र में बुधवार को एक भव्य समारोह का आयोजन किया गया, जहां विवेकानंद केंद्र कन्याकुमारी द्वारा निर्मित विवेकानंद केंद्र सेवा एवं प्रशिक्षण प्रकल्प का लोकार्पण किया गया। कार्यक्रम में झारखंड के राज्यपाल संतोष गंगवार और इचागढ़ की विधायक सविता महतो बतौर मुख्य अतिथि उपस्थित रहे।
भारतीय संस्कृति पर आधारित पुस्तक का विमोचन
इस अवसर पर राज्यपाल और विधायक ने अखिल भारतीय कन्याकुमारी की उपाध्यक्ष सुश्री निवेदिता भिड़े द्वारा लिखित भारतीय संस्कृति पुस्तक का संयुक्त रूप से विमोचन किया।पुस्तक विमोचन के दौरान उपस्थित सभी अतिथियों ने भारतीय संस्कृति की जड़ों को समझने और युवाओं में राष्ट्रीय चेतना जगाने के महत्व पर जोर दिया।
राज्यपाल बोले— यह भवन ईंट-पत्थरों का ढांचा नहीं, सेवा और समर्पण का प्रतीक
लोकार्पण समारोह को संबोधित करते हुए राज्यपाल संतोष गंगवार ने कहा—“यह भवन केवल ईंट और पत्थरों से बना ढांचा नहीं है, बल्कि सेवा, संस्कार और समर्पण की भावना से निर्मित एक जीवंत प्रतीक है। यह वह स्थल है जहां से समाज परिवर्तन की धारा तैयार होती है।”राज्यपाल ने आगे कहा कि केंद्र का निर्माण वेद, उपनिषद, गीता और शाश्वत ज्ञान की मूल भावना पर आधारित है।स्वामी विवेकानंद का संदेश ‘उठो, जागो और लक्ष्य प्राप्ति तक मत रुको’ न केवल युवाओं बल्कि पूरे समाज के लिए प्रेरणादायी है।यह केंद्र आने वाले समय में झारखंड के युवाओं के व्यक्तित्व और नेतृत्व विकास का प्रमुख केंद्र बनेगा।संस्थान राष्ट्र के लिए समर्पित युवाओं का निर्माण करने की दिशा में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा।उन्होंने विश्वास व्यक्त किया कि विवेकानंद केंद्र मानव निर्माण, सांस्कृतिक जागरण और राष्ट्रीय चेतना का महत्वपूर्ण तीर्थस्थान बनेगा।
कार्यक्रम में बड़ी संख्या में लोगों की उपस्थिति
समारोह में बड़ी संख्या में स्थानीय लोग, स्वयंसेवक, सामाजिक कार्यकर्ता और केंद्र के सदस्य उपस्थित रहे।कार्यक्रम में संस्कृति, राष्ट्र निर्माण और समाज सेवा पर आधारित कई प्रस्तुतियां भी दी गईं।
