
जमशेदपुर:जमशेदपुर के मानगो (उलीडीह) थाना क्षेत्र में हुई एक चोरी की वारदात का पुलिस ने सनसनीखेज पर्दाफाश किया है। पुलिस की जांच में यह सामने आया है कि चोरी की साजिश किसी बाहरी व्यक्ति ने नहीं, बल्कि खुद पीड़ित के भाई ने रची थी। कर्ज में डूबे होने के कारण आरोपी ने अपने ही घर में चोरी की झूठी कहानी गढ़ी थी।
पुलिस जांच में खुला ‘घर का भेदिया
19 नवंबर 2025 को वादी पवन कुमार ने उलीडीह थाना में आवेदन दिया था कि उनके और उनके भाई औरंगनाथ के घर से अज्ञात चोरों ने जेवरात और ₹90,000 नकद चोरी कर लिए हैं। मामले की गंभीरता को देखते हुए पुलिस अधीक्षक नगर के निर्देशन और पुलिस उपाधीक्षक पटमदा के नेतृत्व में एक विशेष टीम का गठन किया गया। टीम ने त्वरित कार्रवाई करते हुए संदेह के आधार पर वादी के भाई औरंगनाथ को हिरासत में लिया और गहन पूछताछ की। पूछताछ के दौरान औरंगनाथ ने अपना अपराध स्वीकार करते हुए बताया कि वह अत्यधिक कर्ज में डूबा हुआ था और इसी तनाव के कारण उसने यह चोरी की वारदात को अंजाम दिया।
तिलकोत्सव के बहाने रची झूठी कहानी
आरोपी औरंगनाथ ने पुलिस को बताया कि उसने पूरे परिवार को भ्रमित करने के लिए सोची-समझी साजिश रची थी। घटना के दिन पूरा परिवार आदित्यपुर में अपने भगीना (भांजा) के तिलकोत्सव में शामिल होने गया था। इसी दौरान औरंगनाथ ने घर में रखे जेवरात और नकदी चुरा लिए। किसी को शक न हो, इसलिए उसने खुद के घर में भी चोरी होने का झूठा ड्रामा रचा।
चोरी की संपत्ति बरामद
पुलिस ने आरोपी द्वारा स्वीकारोक्ति के बाद चोरी की गई संपत्ति की बरामदगी पूरी कर ली है।बरामद संपत्ति में एक गला का हार, एक गला का चेन,एक मांग टीका,एक नथिया, एक जोड़ी कान का झुमका,दो अंगूठी, एक पल्सर मोटरसाइकिल (रजिस्ट्रेशन नं. JH05 BC 9174) को हासिल किया।पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है और आगे की कानूनी कार्रवाई की जा रही है।
