
जमशेदपुर। शहर की प्रतिष्ठित जम्बू अखाड़ा समिति द्वारा आयोजित द्वितीय सामूहिक विवाह समारोह रविवार को बड़े ही हर्षोल्लास और पारंपरिक वैदिक विधि-विधान के साथ सम्पन्न हुआ। इस अवसर पर पांच जोड़ों का विवाह सामूहिक रूप से संपन्न कराया गया। कार्यक्रम में दूल्हा-दुल्हन के परिजन, सामाजिक संगठनों के प्रतिनिधि, समिति के पदाधिकारी सहित सैकड़ों लोगों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया।
सामाजिक समरसता और आर्थिक सहयोग की अनोखी पहल
जम्बू अखाड़ा समिति का उद्देश्य समाज में सामाजिक एकता को बढ़ावा देना,आर्थिक रूप से कमजोर परिवारों की सहायता करना,अनावश्यक विवाह खर्चों को कम करना और संस्कारित, सादगीपूर्ण शादी परंपरा को प्रोत्साहन देना है।समिति पिछले कुछ वर्षों से लगातार ऐसे कार्यक्रमों के माध्यम से समाज में सकारात्मक संदेश देने का काम कर रही है।
वैदिक मंत्रोच्चारण के बीच सम्पन्न हुईं विवाह रस्में
सभी पांच जोड़ियों को विवाह मंडप तक विधिवत लाया गया।कार्तिक माह के शुभ मुहूर्त में पुरोहितों की टीम ने जयमाला,कन्यादान,फेरे,सिंदूरदान,हवन जैसी सभी वैदिक रस्मों को पूर्ण कराया। समारोह के दौरान शुभकामनाओं और मंगलगीतों से पूरा वातावरण भक्तिमय बना रहा।
समिति ने की सभी व्यवस्थाओं की जिम्मेदारी
जम्बू अखाड़ा समिति ने सभी दंपत्तियों के लिए विवाह से संबंधित सभी आवश्यक प्रबंध किए, जिनमें शामिल थे समारोह के लिए विशेष व्यवस्थाएं,आकर्षक विवाह मंडप,पंडित व हवन सामग्री,दूल्हा-दुल्हन के परिधान,बरात एवं भोजन की समुचित व्यवस्था
उपहार एवं सहयोग
समिति ने सभी नवविवाहित जोड़ियों को उपहार,घरेलू उपयोग की सामग्री,तथा आवश्यक सामान प्रदान किए, ताकि नए जीवन की शुरुआत में उन्हें किसी तरह की परेशानी न हो।
समाप्ति पर दी गईं शुभकामनाएँ
कार्यक्रम के अंत में समिति के पदाधिकारियों और समाज के वरिष्ठ लोगों ने सभी नवविवाहित जोड़ों को सुखी दांपत्य जीवन और उज्ज्वल भविष्य की शुभकामनाएं दीं।सामूहिक विवाह का यह आयोजन एक बार फिर इस बात का प्रमाण बना कि सादगीपूर्ण और संस्कारित विवाह परंपरा न केवल समाज को जोड़ती है, बल्कि कई परिवारों के जीवन में खुशियों के नए द्वार भी खोलती है।
