
जमशेदपुर। सालगाझुड़ी रेलवे स्टेशन पर सभी लोकल ट्रेनों का ठहराव पुनः शुरू करने और यात्रियों के लिए बुनियादी सुविधाओं की उपलब्धता सुनिश्चित करने को लेकर संयुक्त ग्राम समन्वय समिति की महत्वपूर्ण बैठक आयोजित हुई। बैठक में समिति के सदस्यों, स्थानीय ग्रामीणों तथा समाजसेवियों ने बढ़ती समस्याओं पर गंभीर चिंता व्यक्त की।
प्रधानमंत्री द्वारा उद्घाटन के बाद भी उपेक्षित सुविधाएं
बैठक में वक्ताओं ने बताया कि 24 फरवरी 2024 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ऑनलाइन माध्यम से सालगाझुड़ी रेलवे स्टेशन का उद्घाटन किया था। यह स्थानीय लोगों के लिए गौरव का क्षण था और उम्मीद जगी थी कि स्टेशन के विकास और यात्री सुविधाओं में तेजी आएगी।लेकिन, इसके बावजूद हाल के दिनों में स्टेशन पर अप लाइन और डाउन लाइन की लोकल ट्रेनों का ठहराव बंद,यात्री सुविधाओं का अभाव,स्थानीय यात्रियों के लिए परेशानी का सबब बना हुआ है।
दैनिक मजदूरों और छोटे व्यवसायियों को सबसे अधिक परेशानी
समिति ने बताया कि इस स्टेशन से रोजाना हजारों लोग यात्रा करते हैं, जिनमें शामिल हैं दिहाड़ी मजदूर,सब्जी विक्रेता,पत्ता, दातुन और फूल बेचने वाले ग्रामीण,छोटे व्यवसायी और आम यात्री। लोकल ट्रेनों का ठहराव बंद होने से इन सभी को लंबी दूरी तय कर दूसरे स्टेशनों तक जाना पड़ रहा है।
ग्रामीणों ने कहा— बड़ी आबादी, लेकिन सुविधाओं का अभाव
सालगाझुड़ी आसपास के क्षेत्रों की जनसंख्या काफी अधिक है। इसके बावजूद स्टेशन पर प्रतीक्षालय,पेयजल,शौचालय, बैठने की व्यवस्था जैसी बुनियादी सुविधाएं पर्याप्त नहीं हैं।समिति ने कहा कि लोकल ट्रेनों के ठहराव और इन सुविधाओं की बहाली अत्यंत आवश्यक है।
“ठहराव बहाल हो, सुविधा मिले”— समिति का आग्रह
बैठक की अध्यक्षता करते हुए राम सिंह मुंडा, मुख्य संयोजक, ने कहा सालगाझुड़ी रेलवे स्टेशन लोगों की जीवनरेखा है। सभी लोकल ट्रेनों का ठहराव तत्काल बहाल होना चाहिए और यात्रियों को आवश्यक सुविधाएं मिलनी चाहिए। यह स्थानीय जनता का हक है।उन्होंने रेलवे प्रशासन से शीघ्र कार्रवाई की अपील करते हुए चेतावनी दी कि यदि जल्द ठोस कदम नहीं उठाए गए तो जन आंदोलन भी किया जा सकता है।
