
जमशेदपुर। शहर के शैक्षणिक विकास को नई दिशा देते हुए सोमवार को जमशेदपुर को-ऑपरेटिव लॉ कॉलेज के नए आधुनिक भवन के निर्माण कार्य का विधिवत शिलान्यास किया गया। कार्यक्रम में जमशेदपुर के सांसद विद्युत वरण महतो और पूर्व मंत्री सह जमशेदपुर पश्चिम के विधायक सरयू राय मुख्य अतिथि के रूप में मौजूद रहे। इस अवसर पर बड़ी संख्या में शिक्षाविद, कॉलेज प्रबंधन से जुड़े लोग और स्थानीय नागरिक उपस्थित थे।
सरयू राय बोले – 2017 में रखा था प्रस्ताव, अब साकार हो रहा सपना
विधायक सरयू राय ने कहा कि वर्ष 2017 में उन्होंने ही पहली बार राज्य सरकार के समक्ष इस भवन निर्माण का प्रस्ताव रखा था। उन्होंने बताया कि लंबे इंतजार के बाद अब यह महत्वपूर्ण परियोजना धरातल पर उतर रही है, जो कोल्हान क्षेत्र की उच्च शिक्षा को मजबूत आधार देने का काम करेगी।सरयू राय ने कहा कि नया भवन सिर्फ कॉलेज का विस्तार नहीं है, बल्कि इसे भविष्य में विश्वविद्यालय का दर्जा दिलाने की दिशा में भी महत्वपूर्ण कदम माना जाएगा।
सांसद ने कहा – अब कानून की पढ़ाई के लिए बाहर नहीं जाना होगा
सांसद विद्युत वरण महतो ने अपने संबोधन में कहा कि को-ऑपरेटिव लॉ कॉलेज का नया भवन बनने से छात्रों को बेहतर शैक्षणिक वातावरण मिलेगा। अब क्षेत्र के बच्चों को कानून की पढ़ाई करने के लिए दूसरे शहरों पर निर्भर नहीं रहना पड़ेगा। उन्होंने कहा कि आधुनिक कक्षाओं, लाइब्रेरी और अन्य सुविधाओं के साथ यह भवन कोल्हान के युवाओं के लिए उच्च शिक्षा का बड़ा केंद्र बनेगा।
24.22 करोड़ की लागत, 21 महीने में पूरा होगा निर्माण
जानकारी के अनुसार परियोजना का निष्पादन झारखंड स्टेट बिल्डिंग कंस्ट्रक्शन कॉर्पोरेशन लिमिटेड के माध्यम से किया जा रहा है।बिल्डिंग की कुल परियोजना लागत ₹24,22,17,202 रूपये है। इसकी निर्माण अवधि 21 माह और रांची के चड्ढा एंड एसोसिएट्स ने इस भवन का डिज़ाइन बनाया है। इस भवन का निर्माण एजेंसी/ठेकेदार रांची के एम/एस आर.एस. अग्रवाल है। नया भवन बनने के बाद कॉलेज के बुनियादी ढांचे में बड़ा बदलाव होगा और इसे कोल्हान विश्वविद्यालय के प्रमुख शैक्षणिक संस्थानों में स्थान मिलेगा।
कोल्हान क्षेत्र में उच्च शिक्षा को नई मजबूती
नया भवन बनने से को-ऑपरेटिव लॉ कॉलेज में आधुनिक क्लासरूम,समृद्ध लाइब्रेरी,मूट कोर्ट हॉल,छात्र सुविधाओं से युक्त इंफ्रास्ट्रक्चर विकसित होगा, जिससे कानून की पढ़ाई एक नए स्तर पर पहुंचेगी।स्थानीय जनप्रतिनिधियों ने कहा कि यह परियोजना जमशेदपुर और आसपास के क्षेत्रों में शिक्षा के स्तर को ऊंचा उठाने में मील का पत्थर साबित होगी।
