
रांची: झारखंड विधानसभा का बहुप्रतीक्षित शीतकालीन सत्र 5 दिसंबर से शुरू हो रहा है और 11 दिसंबर 2025 तक चलेगा। कुल 5 कार्य दिवस वाले इस सत्र के दौरान राज्य सरकार कई महत्वपूर्ण विधायी और वित्तीय कार्यों को पूरा करेगी।
8 दिसंबर को आएगा अनुपूरक बजट
सत्र के दौरान राज्य सरकार की मुख्य वित्तीय प्रस्तुति 8 दिसंबर को होगी। राज्य सरकार 8 दिसंबर को चालू वित्तीय वर्ष के लिए दूसरा अनुपूरक बजट लाएगी।इसके अलावा, सत्र में सरकार कई महत्वपूर्ण विधेयक लाने की भी तैयारी कर रही है।
सर्वदलीय बैठक में सुचारु संचालन पर सहमति
सत्र के सुचारु संचालन को सुनिश्चित करने के लिए, विधानसभा अध्यक्ष रवींद्र नाथ महतो ने सर्वदलीय बैठक बुलाई।बैठक में मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन, नेता प्रतिपक्ष बाबूलाल मरांडी, संसदीय कार्य मंत्री राधा कृष्ण किशोर, के अलावा राजद, जदयू और आजसू के विधायक भी शामिल हुए।सभी दलों के बीच सत्र का अधिक समय सदन चलाने और जनहित के मुद्दों पर सार्थक बहस सुनिश्चित करने के लिए चर्चा हुई। सभी नेताओं ने अधिक से अधिक जनहित से जुड़े मुद्दों पर चर्चा करने की सहमति जताई।
सरकार का बयान: खजाना सुरक्षित, सरकार एकजुट
सर्वदलीय बैठक के बाद झारखंड सरकार के मंत्रियों ने मीडिया को संबोधित करते हुए राज्य की स्थिति स्पष्ट की।झारखंड के वित्त मंत्री राधा कृष्ण किशोर ने आश्वस्त किया कि राज्य के खजाने (राजकीय कोष) की स्थिति पूरी तरह ठीक है।चल रही सियासी अटकलों पर बयान देते हुए संसदीय कार्य मंत्री ने स्पष्ट किया कि झारखंड सरकार पूरी तरह एकजुट है और “कहीं कोई हड़बड़ाने की बात नहीं है।”यह सत्र विपक्ष के लिए जनहित के मुद्दों पर सरकार को घेरने और सरकार के लिए अपनी वित्तीय और विधायी योजनाओं को आगे बढ़ाने का अवसर होगा।
