
चाईबासा:चाईबासा में साइबर अपराधियों ने एक सेवानिवृत्त बैंककर्मी को निशाना बनाते हुए ‘जीवन प्रमाण पत्र’ अपडेट कराने के नाम पर ₹16 लाख 92 हजार रुपये की बड़ी ठगी को अंजाम दिया है। पीड़ित द्वारा शिकायत दर्ज कराने के बाद चाईबासा पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए मामले का पर्दाफाश किया है।
तकनीकी जांच और सीसीटीवी से मिली सफलता
पुलिस अधीक्षक सादिक अनवर रिजवी के निर्देश पर चाईबासा पुलिस ने इस गंभीर मामले को सुलझाने के लिए विशेष टीम का गठन किया। मामले की जांच तकनीकी शाखा के सहयोग से की गई, जिसमें लेन-देन से जुड़े तकनीकी इनपुट और सीसीटीवी फुटेज का बारीकी से विश्लेषण किया गया। तकनीकी साक्ष्यों के आधार पर पुलिस टीम ने देवघर जिले में छापेमारी करते हुए एक साइबर अपराधी मो. सकीर अंसारी को गिरफ्तार किया। आरोपी से पूछताछ की जा रही है और पुलिस को उम्मीद है कि उससे ठगी से जुड़े कई अहम सुराग और इस नेटवर्क में शामिल अन्य लोगों की जानकारी मिल सकती है।
पेंशनभोगियों को बनाया जा रहा निशाना: एसडीपीओ की अपील
चाईबासा सदर के एसडीपीओ बहामन टुटी ने इस संबंध में मीडिया को जानकारी देते हुए लोगों को सतर्क रहने की अपील की।बहामन टुटी (एसडीपीओ, चाईबासा) ने बताया कि साइबर अपराधी विशेष रूप से रिटायर्ड बैंककर्मियों और पेंशनभोगियों को अपने जाल में फंसा रहे हैं। उन्होंने लोगों से अपील की है कि किसी भी अनजान कॉल, संदिग्ध लिंक या बैंक से जुड़ी प्रक्रिया को लेकर किसी भी व्यक्ति से अपनी निजी और वित्तीय जानकारी साझा न करें। सतर्कता ही साइबर ठगी से बचाव का सबसे बड़ा उपाय है।पुलिस ने स्पष्ट किया है कि साइबर अपराध के खिलाफ उनका अभियान जारी रहेगा।
