
आदित्यपुर। एनआईटी जमशेदपुर के इलेक्ट्रॉनिक्स एवं संचार अभियांत्रिकी विभाग द्वारा एआईसीटीई ट्रेनिंग एंड लर्निंग अकादमी के सहयोग से छह दिवसीय फैकल्टी डेवलपमेंट प्रोग्राम का भव्य आयोजन किया जा रहा है।इस कार्यक्रम का मुख्य विषय “इमर्जिंग 2डी सेमीकंडक्टर डिवाइसेज: पावरिंग द फ्यूचर ऑफनैनोऑर्किटेक्टोनिक्स” (Emerging 2D Semiconductor Devices: Powering the Future of Nanoarchitectonics) है।
प्रमुख मार्गदर्शन और नेतृत्व
कार्यक्रम का आयोजन संस्थान के शीर्ष नेतृत्व प्रो. गौतम सूत्रधार: निदेशक, एनआईटी जमशेदपुर ,प्रो. आर.वी. शर्मा: उप निदेशक, एनआईटी जमशेदपुर, और डॉ. दिलीप कुमार: विभागाध्यक्ष, ईसीई के मार्गदर्शन में सफलतापूर्वक किया जा रहा है।इस महत्वपूर्ण कार्यक्रम के संयोजक डॉ. बासुदेब बेहेरा और सह-संयोजक डॉ. रश्मि सिन्हा हैं।
देश-विदेश के विशेषज्ञों का संगम
यह 6 दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम (15 से 20 दिसंबर तक) ज्ञान का आदान-प्रदान करने का एक वैश्विक मंच बन गया है। इसमें दुनिया भर के प्रतिष्ठित संस्थानों के विशेषज्ञ अपने विचार साझा कर रहे हैं जिसमे मलेशिया और यूएसए (USA) के तकनीकी विशेषज्ञ,आईआईटी रोपड़, एनआईटी राउरकेला, आईआईटी धारवाड़ और सीएसआईआर-एनएमएल जमशेदपुर और स्वयं एनआईटी जमशेदपुर के दिग्गज शामिल है।
नैनो तकनीक और भविष्य की राह
विशेषज्ञों ने चर्चा की कि कैसे ‘2D सेमीकंडक्टर डिवाइसेज’ भविष्य की नैनो-इलेक्ट्रॉनिक्स दुनिया को बदल सकते हैं। यह तकनीक बिजली की खपत कम करने और इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों की कार्यक्षमता बढ़ाने में क्रांतिकारी साबित होगी।
इन शोधकर्ताओं का रहा विशेष योगदान
कार्यक्रम की सफलता सुनिश्चित करने और इसके तकनीकी पक्षों को मजबूती देने में संस्थान के उभरते शोधकर्ताओं की टीम ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है, जिनमें दिव्यांशु दिनकर राय, दुर्गेश कुमार नंदन,अमन राज,शशि कांत भारती और नविता कुमारी शामिल हैं।
