
जमशेदपुर:लौहनगरी की गोलमुरी थाना पुलिस ने एक बड़े अंतरराज्यीय चोरी गिरोह का खुलासा करते हुए तीन शातिर अपराधियों को गिरफ्तार किया है। यह गिरोह झारखंड के अलावा बिहार और पश्चिम बंगाल में भी सक्रिय था। पुलिस ने आरोपियों के पास से एक देसी पिस्टल और चोरी के जेवरात भी बरामद किए हैं।
कैसे हुआ गिरोह का खुलासा?
मामले का विस्तृत खुलासा करते हुए जमशेदपुर के एसएसपी पीयूष पाण्डेय ने बताया कि बीते 19 दिसंबर को गोलमुरी थाना क्षेत्र के निवासी ऋषभ कुमार के घर में भीषण चोरी हुई थी। पीड़ित द्वारा दर्ज कराई गई लिखित शिकायत के आधार पर पुलिस ने त्वरित अनुसंधान शुरू किया। जांच के दौरान पुलिस को गुप्त सूचना मिली, जिसके बाद छापेमारी कर तीन संदिग्धों को हिरासत में लिया गया।### **गिरफ्तार अपराधियों की पहचान**पुलिस की गिरफ्त में आए तीनों आरोपी मूल रूप से बिहार की राजधानी पटना के विकास कुमार,राजू कुमार और मोहम्मद इरफान उर्फ बॉबी है।
खंडहर से बरामद हुआ ‘हथियार और सोना’
कड़ाई से पूछताछ करने पर आरोपियों ने चोरी की बात स्वीकार की। उनकी निशानदेही पर पुलिस ने गोलमुरी स्थित एक बंद केबल कंपनी के जनरल ऑफिस के खंडहर में दबिश दी। वहां से पुलिस ने01 देसी पिस्टल,चोरी के सोने-चांदी के जेवरात*,चोरी के अन्य कीमती सामान बरामद किया।
तीन राज्यों में फैला था नेटवर्क
एसएसपी ने बताया कि यह गिरोह बेहद शातिर है। पूछताछ में आरोपियों ने कबूल किया कि वे झारखंड, बिहार और पश्चिम बंगाल के विभिन्न शहरों में बंद घरों को निशाना बनाते थे। गिरोह का मुख्य ठिकाना पटना है, जहां से वे योजना बनाकर दूसरे राज्यों में निकलते थे।
पुलिस की आगे की कार्रवाई
एसएसपी पीयूष पाण्डेय के अनुसार, इस गिरोह के पकड़े जाने से क्षेत्र में चोरी की कई अन्य वारदातों के सुलझने की उम्मीद है। पुलिस अब इस सिंडिकेट से जुड़े अन्य सदस्यों और चोरी का सामान खरीदने वाले गिरोहों (रिसीवर्स) की तलाश में जुटी है। गिरफ्तार आरोपियों को न्यायिक हिरासत में भेजने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है।
