
जमशेदपुर । झारखंड में आगामी नगर निकाय चुनावों की सुगबुगाहट के बीच राजनीतिक सरगर्मी तेज हो गई है। इसी कड़ी में सोमवार को मानगो क्षेत्र में राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी की एक महत्वपूर्ण बैठक संपन्न हुई। बैठक में मुख्य रूप से आगामी चुनावों की रणनीति और उम्मीदवारों के नामांकन के दौरान आने वाली तकनीकी बाधाओं पर चर्चा की गई।
जाति प्रमाण पत्र: संवैधानिक अधिकार और नामांकन की बाधा
बैठक में शामिल एनसीपी के राष्ट्रीय महासचिव (नगर निकाय) डॉ. पवन पांडेय ने गंभीर मुद्दे की ओर ध्यान आकर्षित किया। उन्होंने कहा कि अक्सर देखा जाता है कि चुनाव के समय जाति प्रमाण पत्र की अनुपलब्धता या उसमें किसी त्रुटि के कारण कई योग्य उम्मीदवारों का नामांकन रद्द हो जाता है।डॉ. पांडेय ने चुनाव आयोग को पत्र लिखकर मांग की गई है कि मतदाता पुनरीक्षण के साथ ही जाति प्रमाण पत्र निर्गत करने की दिशा में भी विशेष पहल की जाए।यदि जाति प्रमाण पत्र पहले से व्यवस्थित होगा, तो कोई भी उम्मीदवार अपने संवैधानिक अधिकार से वंचित नहीं होगा।उन्होंने तर्क दिया कि जब संविधान में हर जाति और परंपरा का समायोजन है, तो प्रशासनिक देरी के कारण किसी को चुनाव लड़ने से रोकना लोकतंत्र के खिलाफ है।
निकाय चुनाव के जल्द संकेत
डॉ. पवन पांडेय ने कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कहा कि झारखंड में बहुत जल्द नगर निकाय चुनाव की घोषणा होने के संकेत मिल रहे हैं। चुनाव आयोग ने राज्य में मतदाता पुनरीक्षण और एसआईआर (SIR) की प्रक्रिया शुरू कर दी है, जो इस बात का प्रमाण है कि चुनावी बिगुल कभी भी बज सकता है। उन्होंने कार्यकर्ताओं से अभी से चुनावी मोड में आने और बूथ स्तर पर तैयारी शुरू करने का आह्वान किया।
बैठक की अध्यक्षता और उपस्थिति
मानगो नगर निकाय क्षेत्र के प्रभारी तन्मय सरकार की अध्यक्षता में आयोजित इस बैठक का संचालन महानगर अध्यक्ष सौरव ओझा ने किया। कार्यक्रम में पार्टी की मजबूती और स्थानीय मुद्दों पर भी चर्चा हुई। इस अवसर पर मुख्य रूप से जितेन्द्र मिश्रा, कन्हैया अग्रवाल और विनोद सिंह सहित भारी संख्या में पार्टी कार्यकर्ता उपस्थित थे।
