
जमशेदपुर: नए साल (2026) के पहले दिन उमड़ने वाली भारी भीड़ और सुरक्षा चुनौतियों को देखते हुए जमशेदपुर पुलिस पूरी तरह अलर्ट मोड पर है। बुधवार को सिटी एसपी कुमार शिवाशीष स्वयं सुरक्षा व्यवस्था का जायजा लेने के लिए सड़कों पर उतरे। उन्होंने शहर के सबसे प्रमुख पर्यटन स्थल जुबली पार्क और उसके आसपास के क्षेत्रों में पैदल गश्त कर सुरक्षा इंतजामों को परखा।
बागे जमशेद से गेट नंबर तीन तक सघन गश्त
सिटी एसपी के नेतृत्व में यह पैदल मार्च बागे जमशेद गोलचक्कर से शुरू हुआ। अधिकारी जुबली पार्क के गेट नंबर तीन से होते हुए पार्क के अंदरूनी हिस्सों तक गए। इस गश्त का उद्देश्य सुरक्षा व्यवस्था में मौजूद किसी भी संभावित कमी को पहचानना और पुलिस की मौजूदगी का अहसास कराना था।साथ में रहे आला अधिकारी: इस दौरान सिटी एसपी के साथ डीएसपी सीसीआर मनोज ठाकुर, बिष्टुपुर थाना प्रभारी आलोक दुबे और भारी संख्या में पुलिस बल मौजूद था।
आम लोगों से किया संवाद, सुनी समस्याएं
गश्त के दौरान सिटी एसपी केवल सुरक्षा ही नहीं देख रहे थे, बल्कि उन्होंने पार्क में मौजूद आम नागरिकों और घूमने आए परिवारों से बातचीत भी की।उन्होंने लोगों से पूछा कि उन्हें सुरक्षा व्यवस्था कैसी लग रही है और क्या उन्हें किसी तरह की परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।अधिकारियों का आम लोगों के बीच इस तरह पहुंचना जनता के बीच विश्वास पैदा करने की एक कोशिश के रूप में देखा जा रहा है।
पुलिस अधिकारियों को कड़े निर्देश
निरीक्षण के बाद सिटी एसपी कुमार शिवाशीष ने मौके पर मौजूद पुलिस पदाधिकारियों को विशेष दिशा-निर्देश जारी किए। नए साल के दौरान जुबली पार्क में लाखों की भीड़ उमड़ती है, इसलिए चप्पे-चप्पे पर पुलिस बल की तैनाती सुनिश्चित की जाए। पार्क के अंदर और बाहर लगे सीसीटीवी कैमरों से निरंतर निगरानी की जाए और संदिग्ध गतिविधियों पर तुरंत कार्रवाई हो। पैदल गश्त के साथ-साथ पीसीआर और मोटरसाइकिल दस्ता लगातार गश्त करता रहे।
हुड़दंगियों पर रहेगी ‘नो टॉलरेंस’ नीति
मीडिया से बात करते हुए सिटी एसपी ने कहा कि पुलिस प्रशासन का प्राथमिक उद्देश्य शहरवासियों को एक सुरक्षित और शांतिपूर्ण वातावरण प्रदान करना है। उन्होंने स्पष्ट किया कि जश्न के नाम पर किसी भी तरह की अप्रिय घटना, छेड़खानी या हुड़दंग को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
