
जमशेदपुर: लौहनगरी में दुर्गा पूजा की तैयारियां अपने चरम पर हैं। शहर भर में एक से बढ़कर एक भव्य पूजा पंडालों का निर्माण किया जा रहा है। इसी कड़ी में, काशीडीह स्थित ठाकुर प्यार सिंह धुरंधर सिंह दुर्गा पूजा समिति इस बार एक खास थीम पर काम कर रही है। समिति के पंडाल में गुजरात, महाराष्ट्र और राजस्थान की मिश्रित संस्कृति की झलक देखने को मिलेगी।
इको-फ्रेंडली पंडाल का होगा दर्शन
पूजा पंडाल के संरक्षक अभय सिंह ने बताया कि इस पंडाल का निर्माण दो महीने से बंगाल के कुशल कारीगरों द्वारा किया जा रहा है। इसकी सबसे बड़ी खासियत यह है कि यह पूरी तरह से इको-फ्रेंडली है। पंडाल बनाने में सिर्फ पुआल का इस्तेमाल किया गया है और इसे प्राकृतिक रंगों (नेचुरल पेंट) से रंगा जा रहा है।
इस पंडाल के माध्यम से पुराने समय की संस्कृति को दर्शाया गया है जैसे की गुजरात के लोग कैसे डांडिया नृत्य करते थे,राजस्थान के लोग ऊंट पर कैसे सफर करते थे और महाराष्ट्र के लोग अपनी संस्कृति में किस तरह डूबे रहते थे।इन सभी दृश्यों को पंडाल के अंदर जीवंत रूप दिया गया है, जो दर्शकों को एक अनूठा अनुभव देगा।
सुरक्षा और आकर्षण का विशेष ध्यान
पंडाल में आने वाले श्रद्धालुओं की सुरक्षा के लिए पुख्ता इंतजाम किए गए हैं। पूरे पंडाल परिसर में 50 सीसीटीवी कैमरे लगाए जा रहे हैं ताकि किसी भी अप्रिय घटना को रोका जा सके। इसके अलावा, पंडाल को आकर्षक बनाने के लिए भव्य विद्युत साज-सज्जा की जा रही है, जो रात में इसकी खूबसूरती को और बढ़ा देगी। समिति ने बताया कि पूजा के दौरान यहां एक विशाल मेले का भी आयोजन किया जाएगा, जिससे पूजा का माहौल और भी मनोरम हो जाएगा।