
जमशेदपुर। शहर में अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई एक बार फिर सुर्खियों में है। मंगलवार को पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के तहत जमशेदपुर अंचल कार्यालय की टीम ने परसुडीह थाना क्षेत्र के खासमहाल इलाके में अभियान चलाया। इस दौरान खासमहाल सदर अस्पताल से लेकर मत्स्य विभाग कार्यालय तक और प्रखंड कॉलेज रोड किनारे बनी झोपड़ी नुमा दुकानों और ठेलों को जेसीबी मशीन से हटाया गया। कार्रवाई के दौरान किसी अप्रिय स्थिति से बचने के लिए भारी पुलिस बल की तैनाती की गई थी।अभियान के दौरान कई दुकानदारों ने हाथ जोड़कर अधिकारियों और पुलिसकर्मियों से अपने ठेले और छोटी दुकानों को बचाने की गुहार लगाई। लेकिन प्रशासन अपनी कार्रवाई पर अडिग रहा और जेसीबी की गड़गड़ाहट के बीच उनकी दुकानें मलबे में बदल गईं। कई दुकानदारों का रखा हुआ सामान भी टूट-फूटकर बर्बाद हो गया।
दुकानदारों ने लगाया आरोप: गरीबों को ही निशाना बनाया
कार्रवाई के बाद आक्रोशित दुकानदारों ने आरोप लगाया कि प्रशासन चेहरा देखकर कार्रवाई कर रहा है। उनका कहना है कि बड़े और रसूखदार लोगों के अतिक्रमण को हाथ तक नहीं लगाया गया, जबकि गरीबों को जबरन उजाड़ा जा रहा है। एक दुकानदार ने गुस्सा जाहिर करते हुए कहा—झामुमो की सरकार में गरीबों का जीना मुश्किल हो गया है। रोज़गार छीन लिया जा रहा है और हमें सड़क पर फेंका जा रहा है।
प्रशासन ने दी सफाई: सड़क को अतिक्रमण मुक्त करना मकसद
अवर निरीक्षक बलवंत सिंह ने कहा कि अभियान पूरी तरह चरणबद्ध तरीके से चलाया जा रहा है। उन्होंने साफ किया कि प्रशासन का मकसद केवल सड़क को अतिक्रमण मुक्त कराना है, ताकि यातायात सुचारू रूप से चल सके। किसी तरह का पक्षपात नहीं किया जा रहा है।