
जमशेदपुर। जिले के नागरिकों की समस्याओं के त्वरित समाधान के उद्देश्य से समाहरणालय स्थित कार्यालय कक्ष में मंगलवार को जन शिकायत निवारण दिवस का आयोजन किया गया। इस दौरान उपायुक्त कर्ण सत्यार्थी ने जिले के विभिन्न प्रखंडों और शहरी क्षेत्रों से आए नागरिकों की शिकायतें और समस्याएं सुनीं।जन सुनवाई के दौरान 60 से अधिक आवेदन उपायुक्त के समक्ष प्रस्तुत किए गए, जिनमें से अधिकांश आवेदनों की सुनवाई मौके पर ही की गई। शेष मामलों को संबंधित विभागों को भेजते हुए समयबद्ध कार्रवाई का निर्देश दिया गया।
विभिन्न समस्याओं पर रखी गई शिकायतें
जन शिकायत निवारण दिवस में इस बार नागरिकों ने विविध प्रकार की समस्याएं सामने रखीं। इनमें प्रमुख रूप से —बिल्डरों के खिलाफ शिकायत,टेंडर प्रक्रिया में अनियमितता,मइयां सम्मान योजना का लाभ लेने में कठिनाई,ऑनलाइन फ्रॉड के मामले,घर खाली कराने से संबंधित विवाद,निजी विद्यालय की फीस माफी,जमीन विवाद,इंटर्नशिप और अनुकंपा नियुक्ति,राशन कार्ड संबंधी समस्या,आर्म्स लाइसेंस निर्गमन,पारिवारिक विवाद,दुकान आवंटन,सड़क मरम्मती,अवैध रूप से जमीन का अतिक्रमण इसके अलावा कई जनहित से जुड़े ज्ञापन भी उपायुक्त को सौंपे गए।
उपायुक्त ने दिए सख्त निर्देश
उपायुक्त कर्ण सत्यार्थी ने जन सुनवाई के दौरान उपस्थित सभी वरीय एवं विभागीय पदाधिकारियों को निर्देशित किया कि नागरिकों की समस्याओं का निपटारा प्राथमिकता और पारदर्शिता के साथ किया जाए। उन्होंने कहा कि शासन की योजनाओं से वंचित लोगों तक लाभ पहुंचाना प्रशासन की सर्वोच्च जिम्मेदारी है।विशेष रूप से उन्होंने सार्वजनिक योजनाओं के लाभार्थियों, विधि-व्यवस्था से जुड़े मामलों और जनहित संबंधी मुद्दों पर त्वरित कार्रवाई करने का निर्देश दिया।
उपायुक्त ने कहा – नागरिक सीधे अपनी समस्या प्रशासन के साथ करे साझा
जन शिकायत निवारण दिवस के महत्व को रेखांकित करते हुए उपायुक्त ने कहा —“इस आयोजन का मुख्य उद्देश्य है कि आम नागरिक सीधे प्रशासन से अपनी समस्याएं साझा कर सकें और उनका समाधान समयबद्ध एवं न्यायपूर्ण तरीके से सुनिश्चित हो। किसी भी स्तर पर लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।”